रियाद, 30 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सऊदी दौरे के दौरान भारत और सऊदी अरब के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए पेट्रोलियम, रक्षा एवं नागर विमानन समेत विभिन्न क्षेत्रों में 12 समझौते किए गए हैं।
विदित हो कि दो दिवसीय सऊदी अरब के दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को रियाद में तीसरे फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनीशिएटिव (एफआईआई) फोरम के सत्र में शामिल हुए। इससे पहले प्रधानमंत्री ने सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज अल-सऊद से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर करीब से काम करने को लेकर बातचीत की।
उल्लेखनीय है कि द्विपक्षीय संबधों को मजबूत करने और परस्पर सहयोग बढ़ाने के लिए भारत -सऊदी अरब के बीच 12 समझौते हुए। ये समझौते रक्षा सहयोग बढ़ाने, हवाई सेवाओं, मेडिकल उत्पादों के विनियमन, मांग में रहने वाली दवाओं और मादक पदार्थों के उत्पादन के अलावा पेट्रोलियम क्षेत्र में सऊदी कंपनी अरामको कॉरपोरेशन के बीच हुए।
इसके अतिरिक्त स्टॉक एक्सचेंज, हज से जुड़े सहयोग, और रुपये कार्ड को लेकर हुए। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री अब्दुल अजीज बिन सलमान अल सऊद के साथ ऊर्जा क्षेत्र में आपसी संबंध बढ़ाने पर चर्चा की थी। सऊदी अरब के दौरे पर पीएम मोदी ने पर्यावरण, जल और कृषि मंत्री अब्दुल-रहमान बिन अब्दुलमोहसिन अल-फजली से भी मुलाकात की थी।
सऊदी अरब के इन्वेस्टमेंट इनीशिएटिव फोरम में उन्होंने पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था का वादा दोहराया और दुनिया के निवेशकों को भारत में निवेश के फायदे भी गिनाए। उन्होंने फोरम में भारत में वैश्विक निवेशकों के लिए बढ़ते व्यापार और निवेश के अवसरों के बारे में बताया और कहा कि भारत 2024 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में 1 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य वाले यूनिकॉर्न की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कई स्टार्टअप्स वैश्विक स्तर पर निवेश कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने सऊदी अरब को भारत का मूल्यवान और भरोसेमंद दोस्त बताया।