ओल्ड ट्रैफर्ड, 10 जुलाई (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट टीम का विश्व कप में सफर समाप्त हो गया है। बुधवार को खेले गए पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को 18 रनों से हरा दिया। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने जीत के लिए 240 रनों का लक्ष्य रखा था, जवाब में भारतीय टीम 221 रनों पर सिमट गई। भारत की तरफ से रविंद्र जडेजा (77) और एमएस धोनी (50) ने जीत की शानदार कोशिश की लोकिन अंतिम पलों में दोनों के विकेट गिरने से भारत को यहां 18 रन से हार का सामना करना पड़ा। जडेजा-धोनी ने 7वें विकेट के लिए 116 रन की साझेदारी निभाई।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही। चार ओवर में ही भारत ने अपने शीर्ष तीन बल्लेबाज के विकेट गंवा दिए। दूसरे ओवर में फार्म में चल रहे रोहित शर्मा 01 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें मैट हेनरी आउट किया। इसके बाद कप्तान विराट कोहली भी आउट हो गए। उन्होंने भी एक रन बनाया। बोल्ट ने उन्हें एलबीडब्लू आउट किया। इसके बाद केएल राहुल 01 रन बनाकर मैट हेनरी का शिकार हुए। इसके बाद कुछ देर तक रिषभ पंत और दिनेश कार्तिक ने पारी को संभाला। दोनों के बीच 19 रन की साझेदारी हुई लेकिन इसी बीच कार्तिक 06 रन बनाकर आउट हुए। मैट हेनरी की गेंद पर जेम्स नीशम ने उनका शानदार कैच लपका। इसके बाद रिषभ पंत और हार्दिक पांड्या के बीच 47 रन की साझेदारी हुई। पंत 32 बनाकर सेंटनर की गेंद पर आउट हुए।
पंत के बाद पंड्या का साथ निभाने अनुभवी बल्लेबाज एमएस धोनी क्रीज पर आए। दोनों ने अगले कुछ ओवर एक बार फिर पारी को संभालने की कोशिश की। 30 ओवर के बाद टीम इंडिया का स्कोर 92 था और नेट रन रेट भी ऊपर जा रहा था। इस बीच पंड्या ने अपने गियर बदलने की सोची। यह रणनीति काम नहीं आई और सेंटनर की बॉल पर वे कैच आउट हो गए। यह भारतीय टीम को मात्र 92 रन के स्कोर पर छठा झटका था। इसके बाद धोनी और जडेजा ने शानदार बल्लेबाजी की और दोनों के बीच 116 रन की साझेदारी हुई। जडेजा 48 वें ओवर में 77 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद जीत के लिए दो ओवर में 31 रन बनाने थे, लेकिन धोनी अगले ओवर में एक छक्का लगाने के बाद रन आउट हो गए। इसके बाद भारतीय टीम 50 ओवर भी पूरे नहीं खेल सकी और 49.3 ओवर में 221 रन पर ऑलआउट हो गई। भुवनेश्वर कुमार अपना खाता भी नहीं खोल सके जबकि युजवेंद्र चहल पांच रन बनाकर आउट हो गए। इस तरह भारत का विश्व कप 2019 के फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया।
न्यूजीलैंड की तरफ से मैट हेनरी ने तीन, ट्रेंट बोल्ट ने दो, मिचेल सैंटनर ने दो, लौकी फर्ग्युसन ने 01 और जेम्स नीशम ने 01 विकेट लिया।
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की शुरुआत खराब रही और चौथे ओवर में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल को 01 रनों के कुल योग पर विराट कोहली के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलाई। गुप्टिल ने केवल 01 रन बनाए। इसके बाद हेनरी निकोलस और केन विलियमसन ने दूसरे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी को जडेजा ने निकोलस को बोल्ड करके तोड़ा। निकोलस ने 28 रन बनाए। 36वें ओवर में 134 के कुल स्कोर पर विलियमसन 67 रन बनाकर युजवेन्द्र चहल की गेंद पर रवीन्द्र जडेजा को कैच देकर आउट हुए। इसके बाद हार्दिक पांड्या ने 41वें ओवर में 162 के कुल स्कोर पर जेम्स निशम को दिनेश कार्तिक के हाथों कैच कराकर न्यूजीलैंड को चौथा झटका दिया। निशम ने 12 रन बनाए।
निशम के आउट होने के बाद विकेट पर काफी देर से जमे रॉस टेलर ने अपने हाथ खोले और युजवेन्द्र चहल द्वारा फेंके जा रहे 44वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का मारकर अपना अर्धशतक पूरा किया। इस ओवर में टेलर ने 18 रन बनाए। अगले ही ओवर में भुवनेश्वर ने कॉलीन डी ग्रैंडहोम को धोनी के हाथों कैच कराकर न्यूजीलैंड को पांचवां झटका दिया। डी ग्रैंडहोम ने 12 रन बनाए। न्यूजीलैंड का यह विकेट 200 रनों के कुल स्कोर पर गिरा।
46.1ओवर के बाद बारिश शुरू हो गई और खेल रोक दिया गया।दूसरे दिन आज फिर से खेल शुरू हुआ और न्यूजीलैंड ने बाकी बची 23 गेंदों पर 27 रन जोड़े और 3 विकेट गंवाए। टेलर 74 रन बनाकर रन आउट हुए। जबकि लाथम 10 रन बनाकर भुवनेश्वर की गेंद पर जडेजा को कैच देकर आउट हुए। भुवनेश्वर ने इसके बाद मैट हेनरी को भी कोहली के हाथों कैच आउट कराया। हेनरी ने 01 रन बनाया।
भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार ने तीन, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, रवीन्द्र जडेजा और युजवेन्द्र चहल ने 1-1 विकेट लिया।