नेपाल ने भी भारत से मांगा कोविड का टीका

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भारत और नेपाल के विदेश मंत्रियों ने की बैठक, द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की अगली बैठक नेपाल में होगी 



नई दिल्ली, 15 जनवरी (हि.स.)। भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की शुक्रवार को हुई छठी बैठक में नेपाल ने कोविशिल्ड और कोवाक्सिन के टीकों के उत्पादन में उल्लेखनीय सफलता के लिए भारत को बधाई दी। साथ ही नेपाल को जल्द टीके उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। दोनों पक्ष नेपाल में संयुक्त रूप से सुविधाजनक तारीखों पर संयुक्त आयोग की अगली बैठक आयोजित करने पर सहमत हुए।

भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की छठी बैठक विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली की सह-अध्यक्षता में शुक्रवार को यहां हुई। दोनों नेताओं ने अपने-अपने देश के प्रतिनिमंडल का नेतृत्व किया। आयोग की बैठक में विदेश  सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और उनके समकक्ष भरत राज पौडयाल और दोनों देशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। संयुक्त आयोग ने दोनों देशों के बीच बहुमुखी सहयोग के सभी पहलुओं की व्यापक रूप से समीक्षा की और पारंपरिक रूप से करीबी और मैत्रीपूर्ण संबंधों को अधिक मजबूत करने के तरीकों पर विचार किया।

दोनों पक्षों ने संपर्क, अर्थव्यवस्था व व्यापार, बिजली, तेल व गैस, जल संसाधन, राजनीतिक व सुरक्षा मुद्दों, सीमा प्रबंधन, विकास साझेदारी, पर्यटन, संस्कृति, शिक्षा और क्षमता निर्माण के क्षेत्रों सहित सहयोग के विभिन्न विषयों पर चर्चा की। मोतिहारी-अमलेखगंज पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन से हासिल उपलब्धि को देखते हुए दोनों देशों ने चितवन तक पाइपलाइन के विस्तार और पूर्व की तरफ की ओर से नेपाल में झापा से सिलीगुड़ी को जोड़ने वाली एक नई पाइपलाइन बनाने पर चर्चा की।

दोनों पक्षों ने भारत और नेपाल के बीच जयनगर से कुर्था तक जनकपुर के माध्यम से पहली यात्री रेलवे लाइन पर काम पूरा होने का स्वागत किया। इनपर ट्रेन सेवाओं के संचालन के लिए परिचालन प्रक्रियाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। एक संभावित रक्सौल-काठमांडू ब्रॉड गेज रेलवे लाइन सहित अन्य सीमा-पार रेल संपर्क परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई।

संयुक्त आयोग ने लोगों और सामान की सीमा पार आवाजाही को सुविधाजनक बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। हाल ही में बिरगंज और विराटनगर में एकीकृत चेक पोस्टों के उद्घाटन से लोगों के निर्बाध आवागमन और दोनों देशों के बीच व्यापार में मदद मिलने को दोनों पक्षों ने स्वीकारा। दोनों पक्षों ने नेपालगंज में तीसरे आईसीपी के निर्माण की शुरुआत का स्वागत किया। भारत ने बताया कि भैरहवा में नए आईसीपी का निर्माण शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।

इस दौरान संयुक्त जल विद्युत परियोजनाओं में तेजी लाने पर चर्चा हुई, जिसमें प्रस्तावित पंचेश्वर बहुउद्देशीय परियोजना भी शामिल है। दोनों देशों के लोगों को परियोजना से कई लाभ होंगे। भारत ने बैठक में बताया कि वह नेपाल में पशुपतिनाथ रिवरफ्रंट डेवलपमेंट और पाटन दरबार में भंडारखाल गार्डन रेस्टोरेशन नामक दो और अनुदान सहायता के साथ सांस्कृतिक विरासत परियोजनाओं को शुरू करेगा। दोनों पक्षों ने अंतर्राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान भी किया। नेपाल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन व्यक्त किया।

 


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