नई दिल्ली, 25 सितम्बर (हि.स.)। भारत और इजराइल रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए सहमत हो गए हैं। इसके लिए रक्षा औद्योगिक सहयोग के लिए उप कार्य दल (एसडब्ल्यूजी) की स्थापना की गई है। एसडब्ल्यूजी का मुख्य उद्देश्य प्रौद्योगिकी, सह-विकास और सह-उत्पादन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नवाचार और संयुक्त निर्यात को अनुकूल विदेशी देशों में स्थानांतरित करना होगा। कल्याणी ग्रुप और राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।
भारत और इजराइल के बीच ‘भारतीय रक्षा उद्योग वैश्विक साझेदारी के लिए सहयोग: वेबिनार और एक्सपो’ विषय पर वेबिनार आयोजित किया गया। रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग की ओर से यह वर्चुअल वेबिनार एसआईडीएम के जरिये आयोजित किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने और अगले पांच वर्षों में 5 अरब डॉलर के रक्षा निर्यात के लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से मित्र देशों के साथ कई वेबिनार आयोजित किया जाना है। इस श्रृंखला के तहत यह पहला वेबिनार था। वेबिनार में दोनों देशों के रक्षा सचिवों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने रक्षा सहयोग को बढ़ाने के बारे में बात की।
भारत और इजराइल के बीच रक्षा औद्योगिक सहयोग पर सब वर्किंग ग्रुप (एसडब्ल्यूजी) का गठन किया गया। इस एसडब्ल्यूजी का मुख्य उद्देश्य प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, सह-विकास एवं सह-उत्पादन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, नवाचार और मित्र देशों को संयुक्त रूप से निर्यात करना है। वेबिनार के दौरान कल्याणी ग्रुप और राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर भारत के रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने एसआईडीएम-केपीएमजी का एक पत्र भी जारी किया गया। वेबिनार में 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया और एक्सपो के लिए 90 आभासी प्रदर्शनी स्टाल लगाए गए।
इजराइल रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया कि अंतरराष्ट्रीय रक्षा सहयोग निदेशालय ने भारतीय रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग के साथ मिलकर आभासी प्रदर्शनी की मेजबानी की। दोनों देशों के रक्षा उद्योगों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने डिजिटल कार्यक्रम में भाग लिया। आयोजन का नेतृत्व इजराइल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल अमीर एशेल और उनके भारतीय समकक्ष रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने किया। दोनों देशों के राजदूत भी इस कार्यकम में शामिल हुए।