नई दिल्ली, 25 मार्च (हि.स.)। भारत और बांग्लादेश के बीच समुद्री क्षेत्र में मौजूदा रक्षा संबंधों को और मजबूत करने पर जोर देते हुए दोनों देशों के नौसेना अधिकारियों ने तीन दिनों तक चर्चा की। गुरुवार को तीन दिवसीय बैठक के समापन पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के साथ समन्वित गश्ती और जल सर्वेक्षण के संयुक्त सहयोग प्रयासों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई। भारतीय नौसेना के उप-प्रमुख वाइस एडमिरल एमएस पवार के साथ बांग्लादेश नौसेना के प्रतिनिधिमंडल की बातचीत काफी उपयोगी रही है।
समुद्री क्षेत्र में भारत और बांग्लादेश के बीच मौजूदा रक्षा संबंधों को और मजबूत करते हुए दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच 7वीं स्टाफ वार्ता 23 से 25 मार्च तक नई दिल्ली में आयोजित की गई। बांग्लादेश नौसेना के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व चटोग्राम नेवल एरिया के कमांडर रियर एडमिरल मोहम्मद मोजामेल हक ने किया। भारतीय नौसेना के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व नौसेना स्टाफ के सहायक प्रमुख रियर एडमिरल जे सिंह ने किया। कोविड-19 यात्रा प्रतिबंधों पर दी गई छूट के बाद यह दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच पहली द्विपक्षीय वार्ता थी। स्टाफ वार्ता के दौरान अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के साथ समन्वित गश्ती, द्विपक्षीय अभ्यास बोंगसागर, नौसेना प्रशिक्षण और जल सर्वेक्षण के संयुक्त सहयोग प्रयासों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई।
भारत और बांग्लादेश संयुक्त रूप से इस वर्ष बांग्लादेश मुक्ति संग्राम और 1971 युद्ध में जीत की स्वर्ण जयंती समारोह मना रहे हैं। इस मौके पर संयुक्त मेजबानी में कई गतिविधियां आयोजित की गई हैं, जिसमें दोनों नौसेनाओं द्वारा पारस्परिक जहाज यात्राएं शामिल हैं। बांग्लादेश के तीनों सशस्त्र बलों ने नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में भागीदारी की थी। इसके बाद फरवरी, 2021 में हिन्द महासागर नौसेना संगोष्ठी कार्य समूह की ओर से नई दिल्ली में आयोजित ‘सूचना साझाकरण और अंतर-संचालन’ पर संगोष्ठी में बांग्लादेश के प्रतिनिधिमंडल ने भागीदारी की थी।