लखनऊ, 27 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की दस सीटों पर हो रहा चुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है। मंगलवार को नामांकन कराने का समय खत्म होने के कुछ देर पहले ही वाराणसी के एडवोकेट प्रकाश बजाज अपने समर्थकों व कुछ सपा विधायकों को साथ लेकर सेंट्रल हाल पहुंचे और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर परचा दाखिल कराया।
प्रकाश के मैदान में उतरने से निर्विरोध चुनाव होने की संभावना फिलहाल खत्म हो गई है। बुधवार को जांच में यदि किसी का नामांकन खारिज नहीं होता है तो चुनाव होना तय हो जाएगा।
इससे पूर्व 21 अक्तूबर को सपा के रामगोपाल यादव और 26 अक्तूबर को बसपा के रामजी गौतम अपने नामांकन दाखिल कर चुके हैं। हालांकि आज नामांकन के बाद रामजी गौतम के राज्यसभा जाने की राह में प्रकाश बजाज रोड़ा बन गए हैं।
दरअसल, भाजपा के पास 306 और सपा के पास 48 विधायक हैं। ऐसे में भाजपा और सपा अपने उम्मीदवारों को तो जीत दिला देगी। लेकिन, बसपा को अपने उम्मीदवार रामजी गौतम के लिए प्रकाश बजाज से मुकाबला करना होगा। वहीं मौजूदा परिस्थितियों में निर्दलीय और अन्य विधायकों की अहमियत काफी बढ़ गई है।
उप्र विधानसभा में इस समय 403 में से 395 विधायक हैं। आठ सीटें खाली हैं। इनमें से सात सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। बीजेपी के पास फिलहाल 306 विधायक हैं और सपा के पास 48, बसपा के पास 18, कांग्रेस के 7, अपना दल के पास 9 और ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के चार विधायक हैं। इसके अलावा चार निर्दलीय और एक निषाद पार्टी से विधायक हैं। राज्यसभा सीट के लिए 36 विधायकों के समर्थन पर प्रथम वरीयता का वोट चाहिए। इस लिहाज से भाजपा को आठ सीट जीतने के लिए 288 विधायकों का समर्थन चाहिए। उसके पास 18 विधायकों के वोट अतिरिक्त हैं। ऐसे ही सपा के राम गोपाल यादव के जीतने के बाद भी 12 वोट अतिरिक्त बचेंगे।
वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह की मौजूदगी में विधान भवन के तिलक हाल में भाजपा उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री महासचिव तथा केंद्रीय कार्यालय प्रभारी अरुण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर, सेवानिवृत पुलिस महानिदेशक बृजलाल, सिडको के अध्यक्ष बीएल वर्मा, पूर्व मंत्री हरिद्वार दुबे व पूर्व विधायक सीमा द्विवेदी के साथ पूर्व प्रदेश मंत्री व औरैया की नेता गीता शाक्य ने नामांकन दाखिल किया है। इस तरह भाजपा ने आठ उम्मीदवार उतारकर मतदान की सीधी जंग से परहेज किया है। पार्टी के इन आठ उम्मीदवारों में दो ब्राह्मण, दो ठाकुर, दो पिछड़ा, एक एससी और एक सिख है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला के मुताबिक 28 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 02 नवम्बर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं और 09 नवम्बर को पूर्वाह्न 09 बजे से अपराह्न 04 बजे तक मतदान का समय है। इसी दिन मतगणना की जाएगी। वहीं 11 नवम्बर से पहले निर्वाचन सम्पन्न करा लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश से भाजपा के नीरज शेखर, अरुण सिंह तथा केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, समाजवादी पार्टी के प्रोफेसर रामगोपाल यादव, डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव व रवि प्रकाश वर्मा, कांग्रेस के पीएल पुनिया व राज बब्बर तथा बहुजन समाज पार्टी के जावेद अली खान व राजा राम का कार्यकाल 25 नवम्बर को समाप्त हो रहा है।