आयकर विभाग ने धनाढ़यों पर टैक्स बढ़ाने संबंधी रिपोर्ट को किया खारिज
नई दिल्ली, 26 अप्रैल (हि.स.)। अत्यधिक अमीरों पर टैक्स बढ़ाने की सिफारिश संबंधी खबर को वित्त मंत्रालय ने खारिज कर दिया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने रविवार को यह स्पष्ट किया कि इस तरह की किसी रिपोर्ट तैयार को आईआरएस संगठन और उसके किसी भी अधिकारी को नहीं कहा गया। साथ ही सीबीडीटी ने कहा कि भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के 50 अधिकारियों की रिपोर्ट को खारिज करते हुए जांच के आदेश जारी किये गए हैं।
आयकर विभाग ने वित्त मंत्रालय के ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट कर कहा कि सोशल मीडिया पर कोविड-19 की स्थिति से निपटने को लेकर आईआरएस अधिकारियों की कोई रिपोर्ट सर्कुलेट हो रही है। इसकी गंभीरता पर विभाग ये स्पष्ट करता है कि सीबीडीटी ने आईआरएस या उसके अधिकारियों को इस तरह का कोई रिपोर्ट तैयार करने के लिए कभी नहीं कहा था।
रिपोर्ट को रिलीज किए जाने को लापरवाही बताने का संकेत देते हुए सीबीडीटी ने कहा कि आईआरएसए या रिपोर्ट में उल्लिखित अधिकारियों के किसी भी संगठन को सरकार ने कभी भी यह रिपोर्ट तैयार करने के लिए नहीं कहा था। इसके साथ ही आयकर विभाग ने साफ किया है कि इन अधिकारियों ने अपने निजी विचारों एवं सुझावों को सार्वजनिक करने से पहले किसी तरह की अनुमति नहीं ली थी।
आयकर विभाग ने कहा कि है यह सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन है और इस मामले में जरूरी जांच शुरू की जा रही है। गौरतलब है कि आईआरएसए ने रिपोर्ट में अत्यधिक अमीरों पर टैक्स बढ़ाने का सुझाव दिया था।