नई दिल्ली, 03 नवंबर (हि.स.)। आयकर विभाग ने कर्नाटक के एक प्रमुख निर्माण समूह (कंस्ट्रक्शन कंपनी) पर छापेमारी में 70 करोड़ रुपये से ज्यादा की बेहिसाब आय का पता लगाया है। आयकर विभाग ने 28 अक्टूबर को उत्तरी कर्नाटक के कई स्थानों पर यह तलाशी ली थी।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बुधवार को जारी एक बयान में बताया कि आयकर विभाग को इस तलाशी अभियान के दौरान 70 करोड़ रुपये से ज्यादा की बेहिसाब संपत्ति के बारे में पता चला। कंपनी ने इसे अपनी अघोषित आय के तौर पर स्वीकार भी कर लिया है। सीबीडीटी ने बताया कि यह निर्माण समूह कच्चे माल की खरीद, श्रमिकों पर आने वाली लागत और छोटे ठेकेदारों को भुगतान से जुड़े ‘फर्जी’ कागजात पेश कर अपने मुनाफे को ‘दबाने’ की कोशिश करता रहा है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के मुताबिक इस छापेमारी में जब्त दस्तावेजों की पड़ताल से पता चला है कि निर्माण सामग्रियों के वेंडरों एवं आपूर्तिकर्ताओं से समूह के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति ने बेहिसाबी नकद राशि ली है। समूह ने अपने अधिकारियों के रिश्तेदारों, दोस्तों एवं कर्मचारियों को भी उप-ठेकेदारों के तौर पर दिखाया, जबकि उनके पास निर्माण कार्यों की कोई क्षमता एवं योग्यता नहीं थी। साथ ही आयकर विभाग के छापेमारी से पता चला है कि यह निर्माण समूह इस तरह के लेन-देन से बेहिसाबी नकदी जुटा रहा था।