कोरोना के आर्थिक दुष्प्रभावों से निपटने के लिए भारत में सुधार की प्रक्रिया शुरू हुई, जल्द मिलेंगे नतीजे : मोदी

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मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री की वर्चुअल शिखरवार्ता



नई दिल्ली, 04 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए शिखरवार्ता की, जिसमें दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ में बदलने का फैसला किया गया। दोनों नेताओं ने कहा कि इस साझेदारी से भारत प्रशांत क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में शांति और स्थायित्व को बढ़ावा मिलेगा।

कोरोना वायरस महामारी के बीच मोदी ने पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेसिंग जरिए किसी द्विपक्षीय शिखरवार्ता में भाग लिया। अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में भी अपनी तरह का यह पहला अवसर रहा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया के देशों में आर्थिक और समाजिक दुष्प्रभावों का जिक्र करते हुए कहा कि आपसी सहयोग और समन्वित प्रयासों के जरिए ही इससे उबरा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत इस संकट को एक अवसर के रूप में देखता है। सरकार ने भारत में सभी क्षेत्रों में सुधारों की व्यापक प्रक्रिया शुरू की है। जमीनी स्तर पर इसके जल्द ही परिणाम देखने को मिलेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र विधि का शासन आपसी विश्वास और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के प्रति सम्मान हमारे ताजा आदर्श और लक्ष्य हैं। दुनिया में आज उनको कई ओर से चुनौतियों का सामना है, हमें अपने इन साझा आदर्शों और मूल्यों की रक्षा करनी है।

मोदी ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध विश्व में स्थायित्व पैदा करने का सशक्त माध्यम हो सकते हैं। द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाना भारत-प्रशांत क्षेत्र ही नहीं पूरी दुनिया के लिए आवश्यक है। मोदी ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों विशेषकर छात्रों का ध्यान रखने के लिए प्रधानमंत्री मॉरिसन के प्रति आभार व्यक्त किया।

अपने संबोधन में मॉरिसन ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है।

मॉरिसन ने कहा कि दो बार उनकी भारत यात्रा टली है लेकिन उन्हें प्रसन्नता है कि आज वह वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संवाद कर रहे हैं। मॉरिसन ने कहा कि वह ‘मोदी आलिंगन’ से वंचित हुए हैं। उन्हें आशा है कि उन्हें शीघ्र ही मोदी से गले मिलने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह गुजराती खिचड़ी का रसास्वादन करने के लिए आतुर हैं। इस पर मोदी ने कहा कि खिचड़ी भारत का एक लोकप्रिय व्यंजन है, जिसे भारत में अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है।

 


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