वाशिंगटन, 24 जुलाई (हि.स.)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को यह स्वीकार किया कि उनके देश में आतंकी संगठन सक्रिय है। उन्होंने यह कबूल किया कि पाकस्तान के 30 से 40 हजार आतंकी अफगानिस्तान में प्रशिक्षण ले रहे हैं। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
हालांकि पुलवामा हमले के बारे में इमरान खान ने कहा कि यह एक ऐसा मामला था जिसे स्थानीय आतंकियों ने अंजाम दिया था। उन्होंने दावा किया कि जैश-ए-मोहम्मद सिर्फ पाकिस्तान में नहीं, बल्कि कश्मीर में भी सक्रिय है और वहां से काम करता है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के बयान से साफ है कि वह इस बात को स्वीकार रहे हैं कि पुलवामा आतंकी हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद ही था, जिसका सरगना मौलाना मसूद अजहर है।
विदित हो कि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान खुद की जमीन पर जैश-ए-मोहम्मद की मौजूदगी को नकारता रहा है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी उसकी सिफारिश पर चीन ने मसूद अजहर के वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने का विरोध किया था।
उल्लेखनीय है कि इस साल 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। इस हमले के पीछे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था।