नई दिल्ली, 24 जुलाई (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत को तगड़ा झटका दिया। आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2019-20 और 2020-21 में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर क्रमश: 7 फीसदी और 7.2 फीसदी कर दिया है। आईएमएफ के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ अनुमान में 0.30 फीसदी की कटौती से देश की घरेलू डिमांड उम्मीद से ज्यादा कमजोर रहने के संकेत मिलते हैं।
हालांकि ग्लोबल फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट ने कहा कि इसके बावजूद भारत दुनिया में सबसे तेजी से उभरती हुई बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा, जो आने वाले दिनों में चीन से कहीं आगे रहेगा। आईएमएफ ने कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 में भारत की आर्थिक विकास सात फीसदी रहेगी, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में बढ़कर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है।
चिली की राजधानी सैंटियागो में रिपोर्ट जारी करते हुए आईएमएफ की भारत मूल की प्रमुख इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने कहा कि आईएमएफ 2019 और 2020 के लिए वैश्विक ग्रोथ के अनुमान को क्रमश: 3.2 फीसदी और 3.5 फीसदी कर रहा है।