वाशिंगटन, 23 जुलाई ( हि.स.)। अमेरिकी दोरे पर आए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने सनसनीखेज खुलासा कर दुनिया को चौंका दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने सीआइए को सूचना दी थी जिसके आधार पर ओसामा बिन लादेन को खोजा और उसकी हत्या की गई।
विदित हो कि साल 2011 में ओसामा के पकड़े और मारे जाने तक पाकिस्तान इस बात से इनकार करता रहा था कि उसे अलकायदा सरगना के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
स्थानीय समाचार चैनल फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार के दौरान जब खान से पूछा गया कि क्या उनका देश पाकिस्तानी सर्जन शकील अफरीदी को रिहा करेगा, तब उन्होंने ये बातें कहीं। दरअसल डॉ. शकील ने ओसामा को पकड़ने में सीआइए की मदद की थी।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का बयान महत्वपूर्ण है जो देश अधिकारिक रुख से अलग है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर आप सीआइए से पूछेंगे तो पता चलेगा कि वह आइएसआइ था जिसने ओसामा के ठिकाना के बारे में फोन पर अधिकारिक जानकारी दी थी।
साक्षात्कार के दौरान खान ने पाकिस्तानी डॉक्टर की रिहाई को लेकर कोई प्रतिबद्धता जाहिर नहीं की। हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप डॉ. अफरीदी की रिहाई की मांग कर रहे हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि अफरीदी की रिहाई एक भावनात्मक मुद्दा है। पाकिस्तान के लोग उसे एक जासूस मानते हैं।
इमरान ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है जिसमें वह 70 हजार लोग गंवा चुका है। उन्होंने कहा, ”हमने ओसामा के बारे में जानकारी दी और हमें उसे पकड़ना चाहिए था। छापा मारकर ओसामा की हत्या की जाने से पाकिस्तान को शर्मिदगी झेलनी पड़ी है।” उन्होंने आगे कहा, ”आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान अमेरिका का सहयोगी देश है, लेकिन अमेरिका हम पर भरोसा नहीं करता है।”