अवैध खनन घोटाला: सपा के पूर्व मंत्री गायत्री के आवास समेत 22 जगहों पर सीबीआई का छापा
लखनऊ, 12 जून (हि.स.)। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की सरकार में खनन मंत्री रहे व सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित गायत्री प्रसाद प्रजापति के अमेठी आवास व कार्यालय पर छापा मारा। सूत्रों की माने तो अवैध खनन के मामलों को लेकर यह छापेमारी की गयी है। इसके अलावा सीबीआई की टीम ने हमीरपुर, राठ, दिल्ली नोएडा समेत 22 अन्य जगहों पर छापेमारी करके कई लोगों से पूछताछ की है। गायत्री के अलावा इस घोटाले में सभी नामजदों के आवास व कार्यालय पर छापेमारी की कार्रवाई की है।
प्रदेश में रही समाजवादी पार्टी की सरकार में गायत्री प्रजापति खनन मंत्री रहे हैं। सीबीआई की टीम अवैध खनन के मामलों की जांच को लेकर आज सुबह उनके आवास अमेठी पहुंची। गायत्री के परिजनों से सीबीआई की टीम पूछताछ कर रही है क्योंकि एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में वह जेल में बंद है। उन पर सरकार में खनन मंत्री रहने के दौरान अवैध खनन में संलिप्त होने के भी आरोप लगे हैं।
बुंदेलखंड की रहने वाली पीड़ित महिला का आरोप था कि मौरंग का पट्टा दिलाने के नाम पर गायत्री प्रजापति और उनके साथियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। उन लोगों ने उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी दुष्कर्म का प्रयास किया था। महिला के साथ गैंगरेप के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की जमानत याचिका हाईकोर्ट से भी खारिज हो चुकी है।
इन लोगों के खिलाफ दर्ज है मुकदमा
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार में वर्ष 2012 से 2016 के बीच अवैध खनन घोटाला हुआ था। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई इस घोटाले की जांच कर रही है। सीबीआई इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज कर चुकी है। इसमें हमीरपुर जिले की पूर्व कलेक्टर और आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला, खनिक आदिल खान, भूवैज्ञानिक-खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रमेश कुमार मिश्रा, उनके भाई दिनेश कुमार मिश्रा, राम आश्रय प्रजापति, हमीरपुर के खनन विभाग के पूर्व क्लर्क संजय दीक्षित, उनके पिता सत्यदेव दीक्षित और रामअवतार सिंह के नाम प्राथमिकी में शामिल हैं।