अवैध खनन के साथ परिवहन में भी मनमानी, पुलिस-प्रशासन को नजर नहीं आती अनियमित्ताएं

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नर्मदा व वन क्षेत्रों से खुलेआम निकाली जा रही रेत



नरसिंहपुर/सुआतला, 01 जुलाई (हि.स.)। संपूर्ण जिले के साथ-साथ सुआतला-राजमार्ग क्षेत्र में भी खुलेआम रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है। कहीं वन क्षेत्र में तो कहीं नर्मदा के तटों में दिन-रात खनन किया जा रहा है। रेत चोर डंपरों एवं ट्रैक्टर-ट्रालियों के माध्यम से रेत का परिवहन कर खुलेआम प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं लेकिन अघोषित रूप से इन्हें इस अवैध काम का परमिट देने वाले अधिकारी आंखों पर पट्टी बांधे हुए हैं। अवैध रूप से खोदी जा रही रेत का जगह-जगह स्टॉक भी देखने को मिल रहा है।
सडक़ निर्माण में लगे डंपरों में नहीं हैं नंबर
इतना ही नहीं राजमार्ग क्षेत्र में नियमों को ठेंगा दिखाकर दौड़ते वाहन भी परिवहन विभाग को खुली चुनौती दे रहे हैं लेकिन बार-बार मामले को उजागर करने के बाद भी कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं किया जा रहा। यहां जबलपुर-भोपाल मार्ग के चौड़ीकरण कार्य में लगे डंपरों व अन्य वाहनों के नंबर ही स्पष्ट नही हैं। इसके अलावा राजमार्ग चौराहे से दिन-रात दौड़ रहे रेत व अन्य निर्माण सामग्री से ओवरलोड डंपर राहगीरों के लिए खतरा बने हैं। क्षमता से अधिक भरकर परिवहन की जा रही रेत, गिट्टी और मिट्टी राह चलते लोगों के लिए हादसे का सबब बनती है। सड़क पर गिरी रेत के कारण कई दोपहिया वाहन फिसलकर हादसों का शिकार हो चुके हैं। जिन डंपरों में ओवरलोडेड पत्थर ढोए जा रहे हैं वे तो नागरिकों के लिए यमदूत से कम नहीं।
मालवाहकों में ढ़ुल रही सवारियां
राजमार्ग चौराहों में नियम-कायदों को रौंदते भारी एवं यात्री वाहनों का सिलसिला खासा पुराना हो चुका है। यहां से सुअतला थाना की दूरी बेहद कम है, बावजूद इसके खाकी वर्दी वाले इन पर कार्रवाई न कर इनका हौसला बढ़ा रहे हैं। पुलिस को यहां से गुजरने वाले ऐसे वाहन भी नजर नहीं आते जो मालवाहक हैं लेकिन उनका उपयोग सवारियां ढोने में किया जा रहा है।


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