शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस के इलाज का आईआईटी गुवाहाटी ने निकाला तरीका
गुवाहाटी, 21 मई (हि.स.)। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) गुवाहाटी द्वारा शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस यानी अल्जाइमर रोग से निपटने का एक नया तरीका ईजाद किया है।
आईआईटी गुवाहाटी के बॉयो साइंसेज एंड बॉयो इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. विबिन रामाकृष्णन के नेतृत्व में एक रिसर्च टीम को यह तरीका ईजाद करने में सफलता मिली है। इसमें लो वोल्टेज इलेक्ट्रिक फील्ड का इस्तेमाल करते हुए दिमाग के फ्रोजन ट्रॉप्सीसाइड्स को समाप्त कर दिया जाता है जिससे दिमाग के अंदर का न्यूरोटॉक्सिक मॉलिक्यूल समाप्त हो जाता है। इस पर शोध करने के बाद इसका प्रकाशन किया गया है। इस शोध में रिसर्च स्कॉलर डॉ. गौरव पांडे तथा जानू सौकिया का सहयोग लिया गया। इसे एसीएस केमिकल न्यूरोसाइंसेज, आरएससी एडवांसेज आफ रॉयल सोसायटी आफ केमेस्ट्री, बीबीए एंड न्यूरोपेप्टाइड्स के जनरल में प्रकाशित किया गया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में इस तरह की बीमारी बड़ी संख्या में लोगों में हो रही है। भारत के साथ ही चीन, अमेरिका जैसे देशों में भी इस बीमारी से बड़ी संख्या में लोग ग्रस्त हैं। इस बीमारी के उपचार के लिए 1998 से 2011 तक कई दवाइयां ईजाद की गईं लेकिन यह अधिक कारगर साबित नहीं हुई। डॉ. रामाकृष्णन तथा डॉ. नामाडे का दावा है कि नए तरीके से इस रोग का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। 2019 में आईआईटी गुवाहाटी के वैज्ञानिकों ने पाया कि लो वोल्टेज से इलेक्ट्रिकल फील्ड के जरिए इस बीमारी के न्यूरॉन्स को खत्म किया जा सकता है जिससे शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस जैसे रोगों से लोग बच सकते हैं। डॉ. रामाकृष्णन एवं डॉ. नामाडे के रिसर्च से यह साबित हो चुका है कि यह तरीका इस रोग से निपटने के लिए कारगर हो सकेगा। हालांकि, इसे अब तक क्लीनिक में उपचार के तौर पर पेश किया जाना बाकी है।