नई दिल्ली, 07 जुलाई (हि.स.)। पारसी संस्कृति के जानने के इच्छुक छात्रों को फारसी भाषा सीखने का अवसर मुहैया कराने के उद्देश्य से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने फारसी (पर्सियन) भाषा में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू किया है।
इग्नू के स्कूल ऑफ फॉरेन लैंग्वेज (एसओएफएल) के अंतर्गत सटिफिकेट इन पर्सियन लैंग्वेज (सीपीईएल) पाठ्यक्रम शुरू किया गया है। छह माह की अवधि वाले इस पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं है। पाठ्यक्रम का दिशा-निर्देश माध्यम अंग्रेजी और पारसी होगा। सटिफिकेट पाठ्यक्रम मुक्त और दूरस्थ माध्यम (ओडीएल) से ही उपलब्ध होगा। पूरे सर्टिफिकेट कोर्स की कुल फीस 1800 रुपये है। इसके लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष तय की गई है। इसमें जुलाई और जनवरी में प्रवेश की सुविधा होगी।
फिलहाल यह पाठ्यक्रम दिल्ली, कोलकाता, पटना, हैदराबाद, लखनऊ, श्रीनगर और नोएडा के क्षेत्रीय केंद्रों पर उपलब्ध होगा। इग्नू में फारसी भाषा के सलाहकार डॉ. सरवरुल हक ने रविवार को बताया कि पाठ्यक्रम का उद्देश्य पारसी संस्कृति के विषय में जानने के इच्छुक छात्रों को भाषा सिखाने का एक अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पारसी भाषा सीखने वालों को व्याकरण, उच्चारण, शब्दावली, विलोम और पर्यायवाची शब्द, मौखिक और लिखित भाषा कौशल प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि इस पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद शिक्षार्थी रोजमर्रा की दिनचर्या में फारसी में बातचीत करने और उसे लिखने में सक्षम होंगे।