आईजीआईएमएस को मानक संस्थान बनाने का हर प्रयास करेंगेः सुशील कुमार मोदी
आईजीआईएमएस में गाइनी और पेडियाट्रिक्स की नई ओपीडी के साथ ही दो ईएनटी मॉडूलर ओटी का उद्घाटन ओपीडी में माइनर ऑपरेशन थियेटर भी, होगी छोटी सर्जरीः डॉ. मनीष मंडल कोकलियर इमप्लांट सहित अन्य उत्कृष्ट सर्जरी ईएनटी विभाग में प्रतिदिन की जा सकेगीः डॉ. राकेश अल्प व्यस्क बच्चों की मेडिकल हेल्थ कॉउंसिलिंग की व्यवस्था
पटना, 11 दिसंबर (हि.स.)। इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईजीआईजीएमएस) में शुक्रवार को गाइनी और पेडियाट्रिक्स की नई ओपीडी के साथ ही ईएनटी मॉडूलर ओटी का उद्घाटन शुक्रवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि हर प्रयास करेंगे कि आईजीआईएमएस एक मानक संस्थान बने और उसमें उनकी जहां जरूरत होगी, वे उसमें तत्पर रहेंगे।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि स्त्री एवं शिशु रोग विभाग के नये भवन में ओपीडी बनाई गई है। इसमें गर्भवती तथा महिला रोग से पीड़ित मरीजों के अलावा अन्य स्त्री रोग से संबंधित बीमारियों के लिए अलग-अलग ओपीडी के पांच कमरा निर्धारित हैं। इसमें स्त्री रोग संबंधित सभी तरह की बीमारियों का कोराना काल में सामाजिक दूरी को बनाते हुए अलग-अलग कमरे में जांच और इलाज किया जायेगा। साथ ही माइनर ऑपरेशन थियेटर का रूम भी इस ओपीडी में रखा गया है जहां विभाग से संबंधित छोटी शल्य क्रिया (सर्जरी) की जा सकेगी। डॉ. मंडल ने बताया कि ईएनटी के दो मॉडूलर ऑपरेशन थियेटर (ओटी) का भी उद्घाटन सुशील मोदी और मंगल पांडेय ने किया। इसमें लैप्रोस्पोकिक, इंडोस्पोकिक और ओपेन ईएनटी सर्जरी की जा सकेगी। इसके अलावा ईएनटी वार्ड में 50 मरीजों के रहने की व्यवस्था की गई है। ईएनटी के विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोकलियर इमप्लांट सहित अन्य उत्कृष्ट सर्जरी ईएनटी विभाग में प्रतिदिन की जा सकेगी। उद्घाटन समारोह में डॉ. केएच राघवेंद्र, डॉ. रंजीत गुहा, डॉ. बीपी सिंह, डॉ. विभुति, डॉ. निलेश मोहन, डॉ. राजेश कुमार सिंह, डॉ. सरिता मिश्रा, डॉ. अमित शर्मा, डॉ. कृष्ण गोपाल, डॉ. राजकुमार समेत संस्थान के कई चिकित्सक मौजूद थे।
शिशु विभाग की ओपीडी के लिए भी तीन कमरे
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि इस भवन में तीन कमरे शिशु विभाग का भी ओपीडी चलाने के लिए निर्धारित की गई है। पहले कमरे में जन्म से एक माह के नवजात बच्चों को देखा जायेगा। दूसरे कमरे में एक महीने से ऊपर एक साल तक के बच्चों को देखा जाएगा तथा तीसरे कमरे में एक साल से ऊपर के बच्चो को देखा जायेगा। इसके साथ ही अल्प व्यस्क बच्चों की मेडिकल हेल्थ कॉउंसिलिंग की व्यवस्था भी चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट करेंगे।
आईजीआईएमएस को भारत के स्तर का बनाने का प्रयास किया जा रहाः मंगल पांडेय
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आईजीआईएमएस को विकसित कर बिहार ही नहीं, बल्कि भारत के स्तर का बनाने का प्रयास किया जा रहा है। बिहार सरकार प्रयास कर रही है कि जल्द ही 100 बेड के आंख का आरआईओ अस्पताल, 500 बेड का नया अस्पताल का काम संपन्न हो जाये। इसके साथ ही आईजीआईएमएस में 1200 बेड का अन्य अस्पताल अगले 2-3 वर्षों में बनकर तैयार हो जायेगा। इसके लिए ओपीडी तैयार हो गई है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा, ईएनटी विभाग में एक ही जगह सभी सुविधा उपलब्धः निदेशक
उद्घाटन के मौके पर आईआईजीएमएस के निदेशक डॉ. एआर विश्वास ने बताया कि संस्थान में ईएनटी विभाग को नये भवन में स्थानांतरित कर यह कोशिश की गई है कि मरीजों को भटकना नहीं पड़े, ईएनटी वार्ड, ईएनटी ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू और ईएनटी इमरजेसी की सुविधा एक ही जगह दी जा सके। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि उच्च गुणवत्ता की ईएनटी सर्जरी अच्छी तकनीक से सस्ते दर पर संस्थान में की जा सके।