नई दिल्ली, 18 जून (हि.स.)। इंडियन कोस्ट गार्ड (आईसीजी) ने गुरुवार को मुंबई के रेवदंडा बंदरगाह से लगभग तीन किलोमीटर दूर डूब रहे बार्ज एमवी मंगलम के 16 क्रू मेम्बर्स को बचा लिया। रेस्क्यू मिशन के लिए आईसीजी ने अपने जहाज सुभद्रा कुमारी चौहान और दो चेतक हेलिकॉप्टरों को तैनात किया। खराब मौसम और समुद्री लहरों के बीच यह हवाई-समुद्र अभियान ’एसएआर सेविंग लाइफ’ चलाया गया।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में रेवदंडा के पास गुरुवार को एक व्यापारिक जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस जहाज में 16 क्रू मेंबर्स सवार थे, जिनकी जिंदगी खतरे में पड़ गई थी। बार्ज एमवी मंगलम के एक अधिकारी ने फोन के जरिए कोस्ट गार्ड को रेवदंडा बंदरगाह से लगभग तीन किलोमीटर दूर जहाज के आंशिक रूप से डूबने की जानकारी दी। अधिकारी ने यह भी बताया कि जहाज पर पानी आने की वजह से चालक दल के सदस्य जहाज को छोड़ने की योजना बना रहे हैं। बार्ज एमवी मंगलम जहाज के दूसरे अधिकारी ने भी मैरीटाइम रेस्क्यू कोऑर्डिनेशन सेंटर (एमआरसीसी) को जहाज के 16 चालक दल के सदस्यों के साथ आंशिक रूप से डूबने की जानकारी दी।
इस पर कोस्ट गार्ड की टीम ने एमवी मंगलम जहाज के अधिकारी को समझाया और अपनी टीम के वहां पहुंचने तक धैर्य बनाये रखने के लिए कहा। इसके बाद इंडियन कोस्ट गार्ड ने चालक दल को बचाने के लिए अभियान चलाया। कोस्ट गार्ड ने खराब मौसम और समुद्री लहरों के बीच बार्ज एमवी मंगलम जहाज के चालक दल को बचाने के लिए अपने जहाज सुभद्रा कुमारी चौहान और दो चेतक हेलिकॉप्टरों को तैनात किया। जहाज सुभद्रा कुमारी चौहान को दिघी बंदरगाह से दुर्घटनाग्रस्त जहाज की ओर रवाना किया गया। इस बीच दमन के आईसीजी एयर स्टेशन से दो हेलिकॉप्टर भी भेज दिए गए।
आईसीजी का जहाज सुबह लगभग सवा दस बजे एमवी मंगलम जहाज के पास पहुंच गया और स्थिति का आकलन करने के बाद चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति के बीच चालक दल को बचाने के लिए अपनी नावों को समुद्र में उतार दिया। कोस्ट गार्ड के हेलिकॉप्टर भी उस जगह पहुंच गए और खराब मौसम के बावजूद चालक दल को बचाने के अभियान में लग गए। आखिरकार आईसीजी ने समन्वित हवाई-समुद्र अभियान ’एसएआर सेविंग लाइफ’ चलाकर कड़ी मेहनत के बाद व्यापारिक जहाज के चालक दल के सभी 16 सदस्यों को बचा लिया। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आईसीजी टीम ने बचाए गए चालक दल के सभी सदस्यों को रेवदंडा ले जाया गया, जहां पर उनका इलाज किया गया। सभी चालक दल सुरक्षित और स्वस्थ हैं।