नई दिल्ली, 07 मई (हि.स.)। वायु सेना और नौसेना ने मौजूदा कोविड संकट से निपटने में नागरिक प्रशासन की सहायता करने के अपने प्रयासों को और तेज कर दिया है। इसके साथ ही दोनों सेनाएं विदेशों से ऑक्सीजन कंटेनरों और चिकित्सा उपकरणों को लाने में जुटी हैं। वायुसेना के सी-17 विमानों ने अब तक 400 उड़ानें भरी हैं। 351 घरेलू उड़ानों में वायुसेना ने 4,904 मीट्रिक टन की क्षमता के 252 ऑक्सीजन टैंकर देश के भीतर प्रमुख और जरूरतमंद शहरों तक पहुंचाए हैं।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय वायुसेना के विमानों ने 1,233 मीट्रिक टन क्षमता के 72 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन भंडारण कंटेनर और 1,252 खाली ऑक्सीजन सिलेंडर लाने के लिए अब तक कुल 59 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भरी हैं। यह कंटेनर और सिलेंडर सिंगापुर, दुबई, बैंकॉक, यूके, जर्मनी, बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया से लाये गए हैं। इसके अलावा सी-17 और आईएल-76 विमानों को इज़राइल और सिंगापुर से क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनर, ऑक्सीजन जनरेटर और वेंटिलेटर एयरलिफ्ट करने का काम सौंपा गया है। विदेशों से लाये गए ऑक्सीजन क्रायोजेनिक कंटेनर और सिलेंडरों को देश के भीतर जामनगर, भोपाल, चंडीगढ़, पनागर, इंदौर, रांची, आगरा, जोधपुर, बेगमपेट, भुवनेश्वर, पुणे, सूरत, रायपुर, उदयपुर, मुंबई, लखनऊ, नागपुर, ग्वालियर, विजयवाड़ा, बड़ौदा, दीमापुर और हिंडन तक पहुंचाया गया है।
इसी तरह भारतीय नौसेना ने कोविड संकट के दौरान ऑपरेशन समुद्र सेतु–IIलॉन्च करके 09 जहाजों को तैनात किया है। इसमें आईएनएस तलवार, आईएनएस कोलकाता, आईएनएस ऐरावत, आईएनएस कोच्चि, आईएनएस तबर, आईएनएस त्रिकंद, आईएनएस जलाश्व और आईएनएस शार्दुल को ऑक्सीजन कंटेनर, सिलेंडर, कॉन्सेंट्रेटर्स और संबंधित उपकरण विदेशी मित्र देशों से लाने के लिए तैनात किया गया है। भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस कोलकाता 40 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन, 215 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन और 2600 ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर 9 मई को कुवैत से भारत लौट आएगा। इसके अलावा बहरीन, दोहा, क़तर, सिंगापुर से नौसेना के जहाज चिकित्सा सामग्री ला रहे हैं जिसका विवरण निम्न है:-