हिज्ब का नया आतंकी कमांडर हैदर भी सुरक्षाबलों के निशाने पर
जम्मू, 11 मई (हि.स.)। हिज्ब आतंकी कमांडर रियाज नाइकू को मुठभेड़ में ढेर किये जाने के बाद नया बना कमांडर गाजी हैदर भी सुरक्षाबलों की पहली प्राथमिकता में आ गया है। इससे पहले के भी कमांडर सुरक्षाबलों की पहली प्राथमिकता में रहे हैं, इसीलिए समय-समय पर ढेर किये जाते रहे। सुरक्षाबलों ने चेतावनी भी दे दी है कि नए कमांडर का हाल भी पहले के कमांडरों की तरह ही होगा।
हिजबुल मुजाहिद्दीन ने तीन साल पहले आतंकी बनने वाले 26 वर्षीय गाजी हैदर को कश्मीर में अपना नया कमांडर बनाया है। हिजबुल ने एक बयान जारी करके गाजी हैदर को कमांडर बनाने की घोषणा की है। जम्मू-कश्मीर में सेना की 15 कोर के जीओसी रह चुके व डिफेंस इंटेलिजेंस के प्रमुख केजेएस ढिल्लन ने भी चेतावनी देते हुए ट्विटर पर लिखा है कि ‘कितने गाजी आए और कितने गाजी चले गए’। ढिल्लन के 15 कोर के कमांडर रहते भी सुरक्षाबलों ने कई आतंकियों को मौत के घाट उतारा था। यही कारण है कि अब कमांडर बनते ही गाजी हैदर सुरक्षाबलों के राडार पर आ गया है। सुरक्षाबलों की पहली कोशिश आतंकी कमांडरों को ढेर किये जाने की रहती है, ताकि आतंकी संगठनों का कैडर कमजोर हो और नया कैडर खड़ा न हो सके।
दरअसल हिज्ब कमांडर आतंकी रियाज नाइकू को मुठभेड़ में ढेर किये जाने के बाद यूनाइटेड जेहाद काउंसिल के साथ हिजबुल के सुप्रीमो सैयद सलाहुदीन की अध्यक्षता में बैठक हुई थी जिसमें गाजी हैदर को कश्मीर का कमांडर और जफर-उल-इस्लाम को डिप्टी कमांडर घोषित किया गया है। इस बैठक में अबु तारिक को चीफ मिलिट्री एडवाइजर बनाया गया है। वर्ष 2020 में अब तक सुरक्षाबलों ने 50 आतंकियों को मौत के घाट उतारा है जिनमें से 18 केवल लॉकडाउन के दौरान ही मारे गए हैं।
हाल ही में मारे गए हिज्ब कमांडर नायकू से पूर्व 15 मार्च को लश्करे तैयबा के शीर्ष कमांडर मुज्जफर अहमद भट्ट को चार आतंकियों सहित सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया था। 25 जनवरी को जैश-ए-मोहम्मद के स्वयंभू कश्मीर चीफ कारी यासिर को तीन आतंकियों सहित ढेर किया गया था। 23 जनवरी को आतंकी कमांडर अब्बू सैफुल्लाह उर्फ अब्बू कासिम को सुक्षाबलों ने ढेर किया था। जैश मोहम्मद कमांडर सज्जाद नवाब डार व हिज्ब कमांडर हारून वानी भी मारा गया था।
दूसरी ओर कश्मीर में आतंकी हमले की आशंका के चलते सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों और अर्द्धसैनिक बलों पर हमला कर सकता है। सूत्रों के अनुसार जैश का कमांडर मुफ्ती अब्दुल रौफ कई दिनों से 11 मई को हमले की साजिश रच रहा है।