घर बैठे कोरोना टेस्ट करने वाली ‘कोविहोम’ डिवाइस पर सीसीएमबी ने लगाई मुहर
हैदराबाद, 16 जुलाई (हि.स.)। आईआईटी हैदराबाद के इंजीनियर की बनाई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित एक रैपिड एंटीजन इलेक्ट्रॉनिक डायग्नोस्टिक डिवाइस (जांच किट) पर सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलेक्युलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) ने मुहर लगा दी है। इस डिवाइस से मरीज घर बैठे ही 30 मिनट में अपना कोरोना टेस्ट कर रिपोर्ट ले सकता है। इस इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कोविहोम नाम दिया गया है।
शुक्रवार को आईआईटी हैदराबाद के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर शिव गोविंद सिंह ने बताया कि उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित एक ऐसी रैपिड एंटीजन इलेक्ट्रॉनिक डायग्नोस्टिक डिवाइस विकसित की है, जिसमें अब घर बैठे टेस्ट करना मुमकिन हो पाएगा। इसके लिए आरटी पीसीआर मशीन और बीएस2 लैब की कोई आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने बताया कि सीसीएमबी की मंजूरी के बाद अब इलेक्ट्रॉनिक टेस्टिंग किट कोविहोम के उत्पादन का रास्ता साफ हो गया है। आईआईटी हैदराबाद के प्रो. सिंह ने कहा है कि कोरोनावायरस के संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए रिसर्च टीम ने सस्ते और सुलभ टेस्टिंग किट कोविहोम विकसित की है और किसी भी रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से बेहतर नतीजे देने में इस डिवाइस सक्षम है। आईआईटी हैदराबाद के निर्देशक प्रोफेसर बीएस मूर्ति ने उम्मीद जताई है कि कोविहोम कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार को रोकने में अहम भूमिका अदा करेगा।
सीसीएमबी ने बताया कि इस डिवाइस की खास बात है कि लक्षण रहित और लक्षण सहित दोनों तरह के कोरोना संक्रमित मरीजों के सैंपल को यह उपकरण बराबरी से पहचान सकता है। इस डिवाइस की कीमत15 सौ से दो हजार के बीच हो सकती है। डिवाइस में इन्स्टाल होने वाली इलेक्ट्रॉनिक चिप करीब तीन सौ रुपये होगी। यानी प्रत्येक टेस्ट पर लगभग तीन सौ रुपये खर्च आएगा और टेस्ट घर पर किसी भी वक्त किया जा सकेगा।