नई दिल्ली/मुंबई, 12 जुलाई (हि.स.)। आमतौर पर हर आदमी का सपना होता है कि उसका एक घर हो। सरकार का भी प्रयास है कि साल 2022 तक सब को घर उपलब्ध करवाया जाए। वहीं, रियल एस्टेट सेक्टर में भले ही सुस्ती का दौर जारी हो और घर बिकने की रफ्तार सुस्त पड़ी हो। लेकिन इन सब के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 4 साल में आम आदमी के लिए घर खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है।
दरअसल इसके लिए आरबीआई ने एक सर्वे कराया है, जिसके मुताबिक पिछले चार साल के दौरान घर लोगों की पहुंच से दूर हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में घर खरीदारों की मुश्किल सबसे ज्यादा बढ़ी है। इसकी सबसे बड़ी वजह यहां पर रहने वाले लोगों की आमदनी और घर की कीमत का अंतर सबसे ज्यादा रहा है।
आरबीआई की सर्वे में एक अन्य निष्कर्ष ये निकाला गया है कि औसत ईएमआई से इनकम (ईटीआई) अनुपात पिछले दो साल के दौरान कमोबेश स्थिर बना हुआ है। ये लोन की पात्रता के बारे में बताता है।
रिपोर्ट के अनुसार देश के अन्य शहरों की अपेक्षा पुणे और अहमदाबाद में ज्यादा ऊंचा औसत ईटीआई दर्ज किया। बता दें कि आरबीआई का सर्वे देश के 13 प्रमुख शहरों में अध्ययन के आधार पर जारी किया गया है। इनमें मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, बेंग्लुरु, कोलकाता, पुणे, जयपुर, चंडीगढ़, अहमदाबाद, लखनऊ, भोपाल और भुवनेश्वर इसमें शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार देश के अन्य शहरों की अपेक्षा पुणे और अहमदाबाद में ज्यादा ऊंचा औसत ईटीआई दर्ज किया। बता दें कि आरबीआई का सर्वे देश के 13 प्रमुख शहरों में अध्ययन के आधार पर जारी किया गया है। इनमें मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, बेंग्लुरु, कोलकाता, पुणे, जयपुर, चंडीगढ़, अहमदाबाद, लखनऊ, भोपाल और भुवनेश्वर इसमें शामिल है।