नई दिल्ली, 08 जून (हि.स.)। कोरोना महामारी ने देशभर में गर्भवती महिलाओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण दूसरी बीमारियों के साथ गर्भवती महिलाओं को समय पर बेड नहीं मिलने के कारण उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस वजह से महिलाओं का प्रसव सड़क पर ही हो रहा है। ताजा मामला नोएडा का है, जहां एक गर्भवती महिला को अस्पताल में जगह नहीं मिलने के कारण सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। बच्चा मरा पैदा हुआ। इस घटना का राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है और राज्य सरकारों को अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के लिए बेड सुनिश्चित करने को कहा है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि राज्य सरकारों को सभी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के इलाज व बेड की व्यवस्था करनी चाहिए। अस्पतालों में बेड की कमी के कारण किसी भी गर्भवती महिला की डिलीवरी सड़क पर होना बेहद शर्मनाक और चिंताजनक स्थिति है। इस संबंध में आयोग केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन को भी पत्र लिखा है। सभी अस्पतालों को इस संबंध में स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी होने चाहिए।