हनीट्रेप मामलाः श्वेता-बरखा 30 तक और आरती-मोनिका एक अक्टूबर तक रिमांड पर

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शुक्रवार को करीब 4 बजे जिला कोर्ट में पुलिस ने आरती दयाल और मोनिका यादव के अलावा इस केस के अन्य आरोपित श्वेता स्वप्निल जैन, श्वेता विजय जैन और बरखा सोनी का भी पुलिस रिमांड मांगा था।



इंदौर, 27 सितम्बर (हि.स.)। हनी ट्रेप मामले में पुलिस की गिरफ्त में आई आरती दयाल, मोनिका यादव, बरखा सोनी और दोनों श्वेता जैन से कई राज उगलाना है, इसके चलते शुक्रवार को जब उन्हें कोर्ट में पेश किया गया तो पुलिस ने पूछताछ के लिए इनका और रिमांड मांगा। जिला कोर्ट में करीब 20 मिनट तक सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फैसला पहले तो कुछ देर के लिए सुरक्षित रखा और फिर आरती और मोनिका को एक अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर रखने का आदेश दिया। इसके अलावा दोनों श्वेता और बरखा को 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर रखने का कहा।
शुक्रवार को करीब 4 बजे जिला कोर्ट में पुलिस ने आरती दयाल और मोनिका यादव के अलावा इस केस के अन्य आरोपित श्वेता स्वप्निल जैन, श्वेता विजय जैन और बरखा सोनी का भी पुलिस रिमांड मांगा था। पुलिस ने कोर्ट में कहा मोनिका और आरती से पूछताछ के बाद कुछ और तथ्य एकत्रित किए गए हैं, इसलिए बाकी आरोपितों से भी पूछताछ की जाना है।

 

आरोपितों के वकील का कहना था 19 सितंबर से हमारे मुवक्किल पुलिस रिमांड पर है और पुलिस अब तक सारी जांच कर चुकी है, इसलिए रिमांड नहीं दिया जाना चाहिए। श्वेता के वकील का कहना था कि हमारे पक्षकार का नाम ना तो हरभजन सिंह की शिकायत में है और ना ही एफआईआर में है। 4 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है और अब पुलिस रिमांड की जरूरत नहीं है। जबकि पुलिस पुलिस ने कोर्ट को बताया कि इन पांचों से कुछ और वीडियो, हार्ड डिस्क, बैंक स्टेटमेंट सहित अन्य चीजें जब्त करना है। इसलिए रिमांड दिया जाए। जज मनीष भट्ट ने सभी पक्ष सुनने के करीब 20 मिनट बाद मोनिका और आरती को 1 अक्टूबर तक और दोनों श्वेता व बरखा को 30 सितंबर तक रिमांड पर भेजा।

आरती और श्वेता के ठिकानों पर छानबीन

उधर पलासिया थाना टीआई शशिकांत चौरसिया मोनिका यादव को लेकर भोपाल पहुंचे और आरती, श्वेता के ठिकानों पर छानबीन की। मोनिका ने उन स्थानों की जानकारी भी दी, जहां दोनों बैठक करती थीं। पुलिस ने आरती के घर से कुछ सामग्री भी जब्त की लेकिन उसका खुलासा नहीं किया।
चार्जशीट में होगा हनी ट्रेप में फंसे नामों का खुलासा
हनीट्रेप मामले में जिन बड़े अधिकारियों, राजनेताओं को ब्लेकमेल किया गया है उनके नामों का खुलासा पुलिस अब सीधे चार्जशीट में करेगी। कारण है की कई एसे नाम हैं जिनको पहले सामने नहीं लाया जा सकता है इससे जांच प्रभावित हो सकती है। एसएसपी रूचिवर्धन मिश्र ने भी इसकी पुष्टि की है। मीडिया से रूबरू हुई एसआईटी टीम में शामिल एसएसपी रूचिवर्धन मिश्र ने कहा कि कई नाम ऐसे हो सकते हैं जिन्हें हम सीधे चार्जशीट में ही सामने रखेंगे। इसके साथ ही दो दिन पहले इंदौर पहुंचे एसआईटी प्रमुख संजीव शमी भी कह चुके हैं कि जांच को गोपनीय रखा जाएगा। जब बड़े अधिकारी कंप्रोमाईज कर रहे हैं तो मामला गंभीर है, इसके लिए इसकी गहन पड़ताल की जा रही है। वरिष्ठ अधिकरी इसकी जांच कर रहे हैं।
मोनिका के परिजन आए इंदौर
उधर पुलिस ने एक बार फिर मोनिका के परिजनों को इंदौर बुलाया है। परिजनों को इंदौर बुलाने के पीछे के कारणों का पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। लेकिन पुरे मामले में मोनिका को बचाने की तैयारी चल रही है। कारण है की पुलिस जांच में सामने आया था की ब्लेकमेलिंग गैंग ने मोनिका का इस्तमाल किया है। इसी के चलते उसके पिता की शिकायत पर सभी आरोपितों पर मानव तस्करी का मामला दर्ज किया गया था।

 


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