इंदौर, 22 सितम्बर (हि.स.)। मध्यप्रदेश में उजागर हुए हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह को फंसाने के लिए एक महिला ने फर्जी नाम और आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था।
पलासिया थाना पुलिस शनिवार को देर रात रिमांड पर ली गई दो महिलाओं आरती दयाल और मोनिका यादव उर्फ सीमा को लेकर शहर के विजयनगर चौराहे स्थित ‘श्री’ होटल पहुंची थी, जहां उनसे रूम नंबर 104 की शिनाख्त करवाई। पुलिस ने उन्हें पहली मंजिल पर रूम नंबर 104 के सामने खड़ा करवाया और पूछा कि क्या वे इसी रूम में इंजीनियर हरभजन के साथ रुकी थीं? दोनों युवतियों ने इशारे से कहा कि हां, हम इसी कमरे में रुके थे। होटल के रजिस्टर में आरती भोपाल के नाम से रूम दर्ज था। अगस्त माह में यह रूम हरभजन ने बुक कराया था। इसके बाद पुलिस ने होटल का रिकॉर्ड जब्त किया गया। फिर पुलिस दोनों को लेकर होटल इनफिनिटी पहुंची, जहां पहले रिसेप्शन के रिकॉर्ड खंगाले। इस होटल में 30 अगस्त को आरती के नाम से रूम नंबर 414 बुक किया गया था। पुलिस ने सबूत के तौर पर बुकिंग के दौरान दिए गए आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों के जब्त किए हैं।
पलासिया पुलिस के अनुसार होटल इनफिनिटी में मोनिका यादव ने रुकने के लिए फर्जी नाम का उपयोग किया था। वह सीमा सोनी के नाम से होटल में रुकी थी। इस नाम का फर्जी आधार कार्ड भी होटल को दिखाया गया था। होटल से जब्त रिकॉर्ड की जांच में फर्जी आधार कार्ड का खुलासा हुआ है। इस होटल में एक और महिला छतरपुर की रूपा अहिरवार नामक महिला का रुकना भी पाया गया। इस महिला का नाम पहली बार सामने आया है। अभी तक यह महिला पुलिस रिकॉर्ड में नहीं आई थी। पुलिस इस महिला की जानकारी जुटा रही है।