गृह मंत्रालय ने निजामुद्दीन में तब्लीग-ए-जमात में शामिल लोगों की रिपोर्ट तलब की

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नई दिल्ली, 31 मार्च (हि.स.)।राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीग-ए-जमात के मकरज समारोह में  शामिल होने और उससे अलग-अलग राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद गृह मंत्रालय एक्शन में आ गया है। इस संबंध में गृह मंत्रालय ने तब्लीग-ए-जमात में शामिल लोगों की रिपोर्ट तलब की है। बताया जा रहा है कि सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर सकती है।

गृह मंत्रालय का मानना है कि मरकज में शामिल हुए कई विदेशियों को वीजा देने के मामले में गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया। दरअसल,वीजा नियमों में धार्मिक प्रचार प्रसार,धार्मिक भाषण देना आदि में भाग लेना वर्जित है। ऐसे में सरकार सभी विदेशी पर्यटकों पर आजीवन प्रतिबंध लगा सकती है।

इस संबंध में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि दिल्ली सरकार ने तब्लीग-ए-जमात के धार्मिक कार्यक्रम के आयोजनकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, ‘आयोजकों ने बहुत ही घोर अपराध किया है। मैंने उप राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर कहा है कि इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और इनको बख्शा ना जाए। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दे दिए गए हैं।’

इसके अलावा उन्होंने बताया, ‘केंद्र सरकार ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को क्वारटाइन सेंटर बनाने की मंजूरी नहीं दी है। जैन ने बताया, ‘हमें दो दिन पहले ही रात को पता चला है कि 6 लोग राम मनोहर लोहिया में आए हैं, तब से हमने कार्रवाई की है।’ उल्लेखनीय है कि दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकज में मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और किर्गिस्तान से 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने 1 से 15 मार्च तक तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लिया था। कोरोना वायरस के चलते मरकज से अब तक कुल 860 लोगों को निकालकर अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचाया जा चुका है। इनमें दो दर्जन से अधिक लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।

 


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