दिल्ली पुलिस किसी जाति व धर्म को देखकर कार्य नहीं करती : अमित शाह

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अमित शाह ने राजधानी दिल्ली के सभी थानों में ई-मालखाना की शुरूआत करने पर पुलिस को बधाई दी।



नई दिल्ली, 16  फरवरी (हि.स.)। दिल्ली पुलिस के 73वें स्थापना दिवस पर गृहमंत्री अमित शाह ने यहां नई पुलिस लाइन में आयोजित समारोह को रविवार को सम्बोधित करते हुए संसद पर हुए हमले में शहिद हुए जवानों को याद किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अपराध पर काबू पाना चुनौती भरा है लेकिन दिल्ली पुलिस ने हर चुनौती का सामना सहज और सरल तरीके से किया है। उन्होंने पुलिस को आंतरिक सुरक्षा पर जोर देने को कहा। साथ ही राजधानी के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस किसी जाति व धर्म को देखकर कार्य नहीं करती है। ऐसे में हमे भी उनका सम्मान करना चाहिए।

गृहमंत्री शाह ने कहा कि  दिल्ली पुलिस अपराध पर लगाम लगाने के लिए और बेहतर प्रयत्न करेगी ताकि राजधानीवासियों को सुरक्षित माहौल मिल सके। उन्होंने कहा कि  गत वर्ष पुलिस ने कई बड़े अच्छे कार्य व नयी योजनाओं का शुभांरभ किया। जिसमें सबसे पहले महिला पीसीआर वैन,मोबाइल एप्प, 300 रफ्तार बाइके, स्वैत महिला कमांडो, प्रहरी और महिला पराक्रम टीम।

अमित शाह ने राजधानी दिल्ली के सभी थानों में ई-मालखाना की शुरूआत करने पर पुलिस को बधाई दी। शाह ने संसद  और  बटला हाउस में हुए इंकाउंटर में शहिद हुए मोहन चंद शर्मा को याद करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस को हमेशा मोहन चंद को याद करते हुए काम करना चाहिए।

सरदार पटेल का उदाहरण दिया पुलिस को
गृहमंत्री ने सरदार पटेल को याद करते हुए दिल्ली पुलिस से कहा कि सरदार पटेल ने एक कार्यक्रम में कहा था कि चाहे हालत जैसे भी पुलिस को अपना अपा नहीं खोना चाहिए। इस बात को दिल्ली पुलिस ने अपने काम में चरित्रर्थ किया है।  उन्होंने कहा कि पुलिस ने पिछले वर्ष करीब दो लाख से ज्यादा महिलाओं व युवतियों को सैल्फ डिफेंस की ट्रैनिंग देकर महिला सशक्तिकरण को आत्मनिर्भर बनाने में बड़ा काम किया। इसके लिये पुलिस का लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज हुआ। गृहमंत्री ने देश की सभी पुलिस की अपेक्षा में दिल्ली पुलिस को बेहतर बताया। उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है। दिल्ली पुलिस दिल्ली की ही नहीं बल्कि देश की सुरक्षा करती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली पुलिस को स्मार्ट और अपग्रेड करने की योजना पर काम कर रही है। इस योजना के तहत भारत सरकार ने 10 हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे दिये, 4500 से वाहन व 1600 मोटर साइकिल दिया। जिससे पुलिस राजधानी की अच्छी तरह से सुरक्षा कर सके। इससे काफी हद तक अपराध पर अंकुश भी लगा है।
समारोह में किरण बेदी, अनिल बैजल,  दिल्ली पुलिस के कई पूर्व आयुक्त पुलिस के आयुक्त अमूल्य पटनायक समेत पुलिस के आला अधिकारी मौजूद थे।
पड़ोसी राज्यों की टुकड़ी विशेष आकर्षण रही
दिल्ली पुलिस की स्थापना दिवस पर इस साल दिल्ली पुलिस के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र के पुलिसकर्मी भी परेड में शामिल हुए थे। यह टुकड़ी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। आयोजित परेड में दिल्ली पुलिस की सशस्त्र पुलिस की टुकड़ी, महिला सशस्त्र दस्ता, निशान टोली, महिला कमांडो दस्ता, ट्रैफिक पुलिस की टुकड़ी, ट्रैफिक मोटर साइकिल दस्ता, पीसीआर पराक्रम वैन, रक्षक वैन, स्वाट वैन, वज्र वैन, वाटर कैनन वैन ने भाग लिया। इसके साथ साथ पूर्वोत्तर राज्यों से दिल्ली पुलिस में भर्ती हुई महिला पुलिसकर्मियों की टुकड़ी भी शामिल हुई।
पहली बार साइकिल शामिल हुए परेड में
दिल्ली पुलिस की 73वें स्थापना दिवस  पर पहली बार परेड में पुलिसकर्मियों ने साइकिल से परेड में हिस्सा लिया। दरअसल कुछ माह पहले ही दिल्ली पुलिस ने अपने दस्ते में साइकिल गश्त को शामिल किया था, जिससे दिल्ली की संकरी गलियों में सुरक्षा असानी से पहुंचाई जा सके और गश्त हो सके।


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