हिजबुल और जैश ने 45 किलो आईईडी से रची थी पुलवामा-02 की साजिश
पुलवामा, 28 मई (हि.स.)। आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद के सदस्यों ने 45 किलो आईईडी से जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में फरवरी, 2019 जैसा हमला दोहराने की साजिश रची थी। वह हमला भी कार में विस्फोटक भरकर सीआरपीएफ के काफिले की एक गाड़ी से टकराकर किया गया था और इस बार भी सेंट्रो कार को हमले में इस्तेमाल करने की योजना थी लेकिन वक्त रहते कार बरामद करके एक और हमले की साजिश को नाकाम कर दिया गया।
जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि पिछले एक हफ्ते से हमें सूचना मिल रही थी कि जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिद्दीन मिलकर किसी बड़े हमले को अंजाम देने की तैयारी में हैं जिसके बाद हम लगातार ट्रैकिंग कर रहे थे। बुधवार की शाम को पुलिस ने सेना की मदद से एक गाड़ी का पीछा किया। एक नाके के दौरान गाड़ी को रोकने के लिए वॉर्निंग फायर भी किया गया लेकिन आतंकी ने गाड़ी नहीं रोकी। उससे अगले नाके पर भी फायरिंग की गई लेकिन तब तक अंधेरा हो जाने का फायदा उठाकर कार चला रहा हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी गाड़ी छोड़कर भाग निकला। इसके बाद जब हमने गाड़ी को जब्त किया और तलाशी ली तो उसमें भारी मात्रा में आईईडी बरामद की गई। कार में विस्फोटक इतनी भारी मात्रा में लदा था कि सुरक्षाबलों को कार को ही उड़ाने का फैसला लेना पड़ा। रात भर सेंट्रो कार वहीं खड़ी रही और सुबह होने का इन्तजार किया गया।
पुलवामा जिले के अयानगुंड इलाके में गुरुवार की सुबह सुरक्षाबलों ने कार में रखी गई 45 किलो आईईडी से विस्फोट करके कार को नष्ट कर दिया। पूरे क्षेत्र की घेराबंदी करके बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक यह आईईडी सीआरपीएफ के काफिले को उड़ाने के लिए हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना द्वारा भेजी गई थी। यह हमला भी पूरा उसी तरह से अंजाम दिया जाना था, जिस तरह वर्ष 2019 में पुलवामा हमले को आतंकियों ने अंजाम दिया था। आतंकियों के निशाने पर सीआरपीएफ के करीब 20 वाहन थे। गुरुवार सुबह श्रीनगर के बख्शी मैदान से सीआरपीएफ का कारवां श्रीनगर से जम्मू की ओर रवाना होना था, लेकिन रात को आईईडी बरामद होने के बाद इसे रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि हमारी टीम ने आतंकियों की बड़े हमले की साजिश को नाकाम कर दिया है।
विजय कुमार ने बताया कि आतंकी किसी भी पुलिस या सुरक्षाबलों की टीम को टारगेट कर सकते थे। उन्होंने कहा कि जब कार में विस्फोट हुआ तो उसका धुआं 50 फीट तक ऊपर तक उठा। विस्फोटक को नष्ट करने से पहले आसपास के इलाके को खाली करवा दिया गया था।