कानपुर, 13 जुलाई (हि.स.)। कानपुर जनपद में रेलबाजार थाना पुलिस की देर रात कार सवार बदमाशों से चेकिंग के दौरान मुठभेड़ हो गई। बदमाशों की फायरिंग का जवाब देते हुए पुलिस की कार्यवाही में बदमाशों के पैरों पर गोली जा लगी और दो शूटरों को पकड़ लिया गया। इनमें एक हत्या के प्रयास में फरार हिस्ट्रीशीटर है और उसकी पुलिस को तलाश थी। कार्यवाही के दौरान दो साथी भाग निकले हैं जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हैं। घायल बदमाशों को अस्पताल में भर्ती कराते हुए कार्रवाई की जा रही है।
रेलबाजार थाना प्रभारी रवि श्रीवास्तव बीती देर रात (सोमवार) को सीओडी पुल के पास आतंकी हाई अलर्ट के चलते संदिग्धों की धरपकड़ के लिए वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इस बीच पुलिस को रामादेवी की ओर जा रही क्रेटा कार से कुछ संदिग्ध आते दिखाई दिए। पुलिस ने कार सवारों को रोका तो उन्होंने फायरिंग कर दी और भागने लगे। रेलबाजार थाना प्रभारी ने फायरिंग कर रहे बेखौफ बदमाशों से दिलेरी से सहकर्मियों के साथ घेराबंदी करते हुए जवाबी कार्यवाही की।
मुठभेड़ में दो बदमाशों के पैर पर गोली जा लगी और दोनों गिर पकड़े। बताया जाता है कि इस बीच पुलिस से घिरता देख उनके दो साथी अंधेरे के चलते भाग निकले और पुलिस ने मौके से पिस्टल के साथ दो बदमाशों को जख्मी हालत में पकड़ लिया। पकड़े गए बदमाशों की पहचान हिस्ट्रीशीटर शूटर शाहिद पिच्चा व उसका साथी मोहम्मद अनस उर्फ अन्नू हैं।
पुलिस ने मौके से सफेद क्रेटा कार व 30 एमएम की पिस्टल को कब्जे में लेकर घायल बदमाशों को हिरासत में लेकर अस्पताल भेजा। मुठभेड़ में घायल दोनों बदमाशों पर शहर के विभिन्न थानों में गम्भीर धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस इनके फरार साथियों की तलाश में जुट गई है।
हत्या के प्रयास में फरार चल रहा था शाहिद
मुठभेड़ में गिरफ्तार शाहिद पिच्चा बेकनगंज थाने में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में फरार चल रहा था। वह चमनगंज थाने का शातिर हिस्ट्रीशीटर अपराधी है और भाड़े पर हत्या आदि जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देता है। अपराध जगत में उसे सुपारी किलर (शूटर) के रुप में जाना जाता है।
सबूल गिरोह से हुए गैंगवार में पुलिस को थी शाहिद की तलाश
बताते चलें कि, बीते दिनों चमनगंज के तलाक महल इलाके में हिस्ट्रीशीटर शाहिद व उसके साथियों का वर्चस्व को लेकर सबलू गैंग के सुब्हान रायनी व उसके साथी विवाद हो गया था। दोनों गिरोह के बीच दर्जनों गोलियां चली थी। आरोप है कि इस गैंगवार में शाहिद के साथी सुफियान कनखड़ा व अन्य के साथ मिलकर सुब्हान को गोली मार दी थी। गोली सुब्हान के बाएं हाथ में लगने से जान बच गई थी। हालांकि गैंगवार के दौरान चली गोली में निकल रहे एक पत्रकार पर भी गोली चलाई गई थी, लेकिन उन्हें गोली नहीं लगी थी। गैंगवार की इस घटना को लेकर बेकनगंज थाना पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर शाहिद पिच्चा समेत आठ आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था और उनकी तलाश में जुटी थी।