शिमला, 26 फरवरी (हि.स.)। हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन शुक्रवार को हंगामेदार रहा तथा कार्यवाही महज 20 मिनट में ही खत्म हो गई। सत्र के आरंभ में सुबह 11 बजे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय जैसे ही अपना अभिभाषण पढ़ने लगे, तो नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री सहित विपक्षी सदस्यों ने एलपीजी सिलेंडर, डीजल व पेट्रोल की बढ़ती कीमतों का मुद्दा उठाते हुए अभिभाषण का विरोध शुरू कर दिया।
हंगामे और टोकाटाकी के बीच राज्यपाल ने अभिभाषण अधूरा ही पढ़ा और यह कहकर कि इसे पढ़ा हुआ मान लिया जाए अभिभाषण खत्म कर दिया। इसी दौरान विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए और उस प्रवेश द्वार के बीचोबीच बैठ गए, जहां से राज्यपाल ने निकलना था।
विधानसभा की कार्यवाही खत्म होने पर जब राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय सदन से निकलकर राजभवन की तरफ प्रस्थान करने लगे, तो विपक्षी सदस्यों ने उनका घेराव कर दिया। इस दौरान दोनों दलों के सदस्यों के बीच धक्का-मुक्की भी देखी गई और धक्का लगने से संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज गिर गए। माहौल बिगड़ने पर पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभाला और सुरक्षा घेरा बनाकर राज्यपाल को सुरक्षित ले जाकर उनके वाहन में बिठाया। विधानसभा में सम्भवतः पहली बार इस तरह का घटनाक्रम देखने को मिला है।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश सरकार द्वारा तैयार किये गए अभिभाषण के दस्तावेज को झूठ का पुलिंदा और कचरा करार दिया। उन्होंने कहा कि अभिभाषण में भर्तियों में धांधली, बैकडोर भर्तियों और घोटालों का कोई जिक्र नहीं है।