कोलकाता, 13 अगस्त (हि.स.)। ‘मेक इन इंडिया’ की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए रेलवे ने स्वदेशी तकनीक से पश्चिम बंगाल के चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स में उच्च गति संपन्न इंजन का निर्माण किया है। यह 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने में सक्षम है। इसका ट्रायल रन हो चुका है। मंगलवार को रेलवे ने इसका वीडियो जारी है।
इसमें देखा जा सकता है कि स्वदेशी तकनीक से निर्मित यह इंजन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार को चंद सेकेंड में ही हासिल करने में सक्षम है। बताया गया है कि इसे जल्द ही रेलवे के बेड़े शामिल किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स में न केवल इंजन बल्कि डिब्बे और अन्य पार्ट्स बनाने शुरू किए हैं। इस इंजन बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है। अब तक 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की बुलेट ट्रेन का ट्रायल रन हुआ है।