मंदिर ट्रस्ट को लेकर राम नगरी में पांच घंटे चला हाई वोल्टेज ड्रामा

0

न्यास अध्यक्ष को मनाने पहुंचे भाजपा नेताओं को लौटाया फिर बंद कमरे में हुई वार्ता गृह मंत्रालय के आश्वासन के बाद हुआ प्रकरण का पटाक्षेप



अयोध्या, 06 फरवरी (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्र सरकार की ओर से नवगठित ‘श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट में श्रीराम जन्म भूमि न्यास अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास को शामिल न किए जाने पर गुरुवार को 5 घंटे तक राम नगरी में हाई वोल्टेज ड्रामा चला। राम नगरी से लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार तक हलचल मच गई। पहले न्यास अध्यक्ष को मनाने पहुंचे भाजपा नेताओं को मणिराम दास छावनी से लौटा दिया गया लेकिन बाद में उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास से बन्द कमरे में भाजपा नेताओं की वार्ता कराई गई। गृह मंत्रालय से वार्ता कराए जाने के बाद मामले का पटाक्षेप हुआ।

न्यास अध्यक्ष के प्रवास से वापस रामनगरी लौटने के बाद गुरुवार की सुबह श्रीराम जन्म भूमि न्यास और श्री कृष्ण जन्म भूमि न्यास अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास को नवगठित ट्रस्ट में शामिल न किये जाने के विरोध में साधु संतों की ओर से आज दिन में 3:00 बजे बैठक बुलाई गई तो प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक हलचल मच गई। विरोध के ऐलान के बाद प्रमुख संत-महंतों की लामबंदी शुरू हो गई। धीरे-धीरे मणिराम दास छावनी पर लोगों का मजमा जुटना शुरू हो गया। सुबह लगभग 10:00 बजे मणिराम दास छावनी के महंत और श्री राम जन्मभूमि व श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपालदास मीडिया से मुखातिब हुए और आरोप लगाया कि नवगठित ट्रस्ट से अयोध्या के साथ संतों का अपमान हुआ है।
यह खबर जब फैली तो सरकारी मशीनरी भी सक्रिय हो गई। पुलिस, खुफिया कर्मियों कर साथ मीडिया कर्मियों का मणिराम दास छावनी पर जमावड़ा हो गया। दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास, अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास, तिवारी मंदिर के महंत गिरीश त्रिपाठी समेत कई सन्त महंत मणिराम दास छावनी पहुंचे और भीतर जाकर न्यास अध्यक्ष और उनके उत्तराधिकारी से रणनीति को लेकर मन्त्रणा की। इसी बीच भाजपा के सदर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, अयोध्या नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और भाजपा महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र भी मणिराम दास छावनी पहुंच गए। भाजपा नेताओं ने न्यास अध्यक्ष से मुलाकात की कोशिश की तो न्यास अध्यक्ष के शिष्यों ने भाजपा नेताओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया।  भाजपा नेता राम वल्लभाकुंज पहुंचे और राम वल्लभा कुंज के उत्तराधिकारी राजकुमार दास के माध्यम से न्यास अध्यक्ष से मुलाकात तय की।
इसके बाद राजकुमार दास तीनों भाजपा नेताओं को लेकर वापस मणिराम दास छावनी पहुंचे और छावनी आश्रम में बंद कमरे में उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास से पूरे हालात पर मंत्रणा की। चर्चा है कि उन्होंने कमल नयन दास की प्रदेश और केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ गृह मंत्रालय से भी वार्ता कराई।
बंद कमरे में वार्ता के बाद बाहर निकले सदर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि न्यास में अभी भी तीन स्थान खाली हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि श्री रामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास को निश्चित रूप से ट्रस्ट में स्थान दिया जाएगा। इस प्रकरण को लेकर गृह मंत्रालय से वार्ता कराई गई है। अब कोई गतिरोध नहीं है।
महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र ने सफाई दी कि पूर्व में नृत्य गोपाल दास के पूजन अर्चन में व्यस्त होने के चलते उन लोगों की मुलाकात नहीं हो पाई थी। वह लोग रूटीन प्रक्रिया में न्यास अध्यक्ष का आशीर्वाद लेने आए थे। ट्रस्ट को लेकर न्यास अध्यक्ष के शिष्यों में कुछ भ्रम था जिसको दूर कराया गया है। किसी को कोई नाराजगी नहीं है।
मणिराम दास छावनी के शिष्य आनंद शास्त्री ने बताया कि गृह मंत्रालय से वार्ता के बाद संतों की बैठक स्थगित कर दी गई है।
थोड़ी ही देर में जिला अधिकारी अनुज कुमार झा और एसएसपी आशीष तिवारी भी मौके पर पहुंचे और दोनों अधिकारियों ने मंदिर परिसर में जाकर बंद कमरे में उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास से वार्ता की।

 


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *