जम्मू, 27 सितम्बर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हमले की धमकी के बाद राज्य की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के साथ हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सेना और बीएसएफ के जमीन तो वायुसेना आसमान से दुश्मन के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। आतंकी हमले की आशंका के चलते सभी सैन्य शिविरों, प्रमुख मंदिरों तथा अन्य संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसी बीच जम्मू की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी गोलीबारी की आशंका के चलते कठुआ जिले के मढ़ीन तथा हीरानगर के 52 स्कूल शुक्रवार को बंद रखे गए हैं।
खुफिया एजेंसियों के अनुसार नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से 450 से 500 आतंकवादी राज्य में घुसने के लिए घात लगाए बैठे हैं। जम्मू में दुश्मन घुसपैठ करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई वर्षों से सुरंग खोदने की कोशिश कर रहा है जिसके चलते बीएसएफ के जवान सुरंग निरोधी मुहिम छेड़कर जम्मू संभाग की अंतरराष्ट्रीय सीमा के चप्पे-चप्पे को खंगाल रहे हैं। सभी संवेदनशील इलाकों में जेसीबी और ट्रैक्टरों की सहायता से तारबंदी से सटे इलाकों को खोदकर देखा जा रहा है कि कहीं कोई सुरंग तो नहीं है। अब तक बीएसएफ ने ऐसी छह सुरंगों का पता लगाया है। ऐसे में जम्मू तथा कश्मीर में सुरक्षाबल तथा खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
पाकिस्तान की ओर से जम्मू की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगातार गोलाबारी की जा रही है। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए एहतियान कठुआ के मढ़ीन और हीरानगर शिक्षा जोन के 52 स्कूलों को शुक्रवार को बंद रखा गया है।