नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (हि.स.)। बालाकोट हमले के बाद पाकिस्तान के साथ चली सैन्य तनातनी के दौरान एक भारतीय हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में दोषी पाए गए सैन्य अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रक्षा सूत्रों के अनुसार मामले में दोषी छह सैन्य अफसरों में से दो का कोर्ट मार्शल किया जाएगा और चार के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। मामले में चली जांच में पाया गया था कि भारतीय हेलीकॉप्टर अपनी ही मिसाइल हमले के चलते दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इस दुर्घटना में पांच वायुसेना के जवान और एक नागरिक की मौत हुई थी। जांच में छह लोगों को दोषी माना गया था।
वायुसेना का एमआई-17 वी-5 हेलीकॉप्टर बडगाम में 27 फरवरी को सुबह 10 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। हेलीकॉप्टर श्रीनगर एयरबेस लौट रहा था। सेना द्वारा एयर कोमोडार रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में गठित जांच टीम ने पाया कि इस हेलीकॉप्टर को दुश्मन समझकर जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल से हमला किया गया था। करीब छह महीने बाद मामले में पिछले महीने आई रिपोर्ट में श्रीनगर एयरबेस के चीफ ऑपरेटिंग अफसर (सीओओ) के साथ पांच वायुसेना के अधिकारियों को दोषी माना गया था।
रिपोर्ट में सामने आया है कि हेलीकॉप्टर में दुश्मन और अपने विमान में अन्तर करने से जुड़ी आईएफएफ प्रणाली बंद थी। इसके अलावा संवाद और समन्वय की कमी भी पाई गई।