पुणे, 26 सितम्बर (हि.स.)। महाराष्ट्र के पुणे जिले में बुधवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते गुरुवार को शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है। इस दौरान वर्षाजनित हादसों में अब तक 11 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि तीन से चार लोग लापता हैं। सेना और एनडीआरएफ की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है।
पुणे के पुलिस कमिश्नर के. व्यंकटेशम ने गुरुवार को बताया कि बारिश के चलते अब तक 11 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि कुछ लोग लापता हैं। दांडेकर बस्ती और आंबील ओढ़ा इलाके जलमग्न हो गए हैं। इन इलाकों में करीब 800 लोगों को लोगों को एनडीआरएफ की सहायता से बाहर निकाला गया। प्रभावित इलाकों में सेना, एनडीआरएफ, फायरब्रिगेड, पुलिस, नगरनिगम की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। शहर के अरण्येश्वर इलाके के टांगेवाला कॉलोनी में बुधवार रात को पांच लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। विभिन्न वर्षाजनित हादसों में अब तक 11 लोग जान गंवा चुके हैं। कात्रज इलाके में चट्टान खिसकने की वजह से पुणे-बेंगलुरु नेशनल हाइवे पर यातायात प्रभावित हुआ है। शहर के चिमटा बस्ती में भी बारिश की वजह से बुरा हाल है। सेना और एनडीआऱएफ की टीम ने इस इलाके में फंसे 500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
बारिश के चलते पुणे-सातारा मार्ग पर यातायात प्रभावित हो गया है। इस मार्ग पर स्थित वेलू गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं। इलाके में पानी के तेज बहाव में एक मारुती कार बह गई। कार में सवार सभी लोगों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया। नाझरे डैम से डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इसके आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहंचाया गया है।
कात्रज इलाके के आंबिल झरने के नजदीक बने लेक-टाऊन सोसायटी की कंपाउंड वॉल गिरने से बिल्डिंग के चारों ओर पानी जमा हो गया है। पद्मावती, गुरुराज सोसायटी, तावरे कॉलोनी, बागुल, लक्ष्मीनगर, कोथरूड, सिंहगड, दामोदर नगर, किरकट वाडी, लक्ष्मीनगर में भारी बारिश की वजह से स्थिति काफी खराब है।
पुणे की मेयर मुक्ता तिलक ने बताया कि पुणे शहर तथा आसपास के इलाकों में बारिश के चलते स्थिति बेहद खराब है। हालात को जल्द से जल्द सामान्य बनाने के लिए नगर निगम प्रयासरत है।