बिहारः 48 घंटे की मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित, उफान पर प्रमुख नदियां, 15 जिलों में अलर्ट
गया, कैमूर में मकान ढहने से चार की मौत, बेगूसराय में एक की मौत- राजधानी पटना सहित राज्य के दर्जन भर शहरों में भारी जलभराव- पटना व मुजफ्फरपुर के अस्पताल, भागलपुर विवि में जलभराव- प्रभावित जिलों में 30 सितंबर तक स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश- गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, महानंदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर- ट्रैक पर पानी भरने से पटना-हावड़ा-मुगलसराय रेलखंड पर कई गाड़ियां रद्द
पटना, 28 सितम्बर (हि.स.)। पिछले 48 घंटे की लगातार मूसलाधार बारिश से राज्य में जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। विभिन्न जिलों में वर्षा जनित हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई है। राजधानी पटना के कई वीआईपी इलाकों में अभूतपूर्व जल भराव होने से हालत बदतर हो गई है। मौसम विभाग ने भारी बारिश की आशंका को देखते हुए राज्य के 15 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है।
नेपाल में भारी बारिश को देखते हुए उत्तर बिहार में इसका व्यापक प्रभाव पड़ने का अंदेशा जताया जा रहा है। राज्य की तमाम प्रमुख नदियां गंगा, गंडक, महानंदा और बूढ़ी गंडक का जलस्तर शनिवार शाम तक खतरे के निशान से ऊपर देखा गया है। इन जिलों के लिए राहत संबंधी सतर्कता को देखते हुए एचडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें रवाना कर दी गयी हैं। साथ ही प्रभावित जिलों में 30 सितंबर तक सभी सरकारी व निजी स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
लगातार मूसलाधार बारिश से राज्य के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ राजधानी पटना पर व्यापक असर पड़ा है। राजधानी की ज्यादातर सड़कों पर घुटने भर पानी जमा हो गया है और स्थिति लगातार विकट होती जा रही है। हालत यह है कि राजधानी के सबसे प्रमुख डाकबंगला चौराहा सहित कंकड़बाग, दिनकर गोलंबर, फ्रेजर रोड, मीठापुर, बेली रोड, पुनाइचक, गोला रोड, कदमकुआं, दलदली, एसके पुरी, राजीव नगर, रामकृष्णा नगर, रामलखन पथ, बहादुरपुर में भारी जलभराव हो गया है। कई इलाकों में चार फीट तक पानी जमा हो गया है। इन इलाकों में कई जगह पर लोगों को नाव का इस्तेमाल करते देखा गया। राजधानी का गांधी मैदान पूरी तरह से जलमग्न हो गया है।
पांच की मौत
मूसलाधार बारिश ने राज्य के तकरीबन ज्यादातर हिस्सों को खासा प्रभावित किया है। कैमूर जिले के भभुआ के वार्ड नंबर सात के संवरी टोला में मूसलाधार बारिश में पिछली रात एक मकान ढहने से मुखिया देवी (62) और पुत्री सविता (12) की मौत हो गयी। जबकि गया जिले के परैया प्रखंड के मुबारकपुर गांव में भी भारी बारिश के कारण मकान ढहने से विनीता देवी (28) और बेटी आरुषि (3) की मौत हो गयी। बेगूसराय के नयागांव थाना क्षेत्र के कासिमपुर में रामाशीष राय की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गयी।
आधा दर्जन ट्रेनें रद्द
पटना रेलवे स्टेशन इलाके में भारी जलभराव के कारण ट्रेनों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रेलवे ट्रैक पर पानी भर जाने के कारण पटना-हावड़ा-मुगलसराय रेलपथ पर कई गाड़ियों को रद्द कर दिया गया है। पटना-गया रेलखंड पर भी कई गाड़ियों को रद्द कर दिया गया है।
अस्पताल में घुसा पानी
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बरसाती पानी घुसने के कारण अफरातफरी की स्थिति देखी जा रही है। यहां आईसीयू में घुटने भर पानी घुस जाने के बाद मरीजों को अस्पताल के ऑडिटोरियम में शिफ्ट किया गया है।
पॉश इलाकों में भी जलभराव
राजधानी के कई पॉश इलाकों में भी पानी घुस गया है। उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी और राज्य के पथनिर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के आवास में भी पानी घुसने की खबर है। बेली रोड इलाके में सड़क धंसने की वजह से वाहनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है। भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बिजली व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है।
15 जिलों में सतर्कता के निर्देश
मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में मूसलाधार बारिश की संभावना जारी रहने की संभावना जतायी है। इसे देखते हुए 15 जिलों में सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं। इनमें पटना, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, दरभंगा, भागलपुर, पूर्णिया, बेतिया, गया, जमुई, औरंगाबाद, जहानाबाद शामिल हैं। इन जिलों में सतर्कता के लिए टीमें रवाना कर दी गयी हैं। तमाम तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गयी है।
प्रमुख नदियों का जलस्तर चिंताजनक
राज्य की तमाम प्रमुख नदियां गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, महानंदा, हरहरु नदी का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है। बक्सर से फरक्का तक गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 55 सेमी तक ऊपर बह रहा है। 29 वर्षों में यह सर्वाधिक माना जा रहा है।
कई जिलों में चिंताजनक स्थिति
राजधानी के साथ-साथ राज्य के कई अन्य जिलों में भारी बारिश से व्यापक रूप से प्रभाव पड़ा है। मुजफ्फरपुर शहर के विभिन्न हिस्सों के अलावा मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में जलभराव हो गया है। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन, पीजी महिला छात्रावास और प्रोफेसर कॉलोनी में भी भारी जलभराव हो गया है।