नई दिल्ली, 20 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की ओर से जी न्यूज़ के प्रमुख सुधीर चौधरी के खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि के मामले में आज शनिवार को सुनवाई टाल दी है। आज सुनवाई करने वाली मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट प्रतीति परेवा उपलब्ध नहीं थीं जिसकी वजह से सुनवाई टल गई। इस मामले पर अगली सुनवाई 26 जुलाई को होगी। 26 जुलाई को महुआ मोइत्रा के बयान दर्ज किए जाएंगे।
पिछले 15 जुलाई को कोर्ट ने इस अर्जी पर संज्ञान लिया था। याचिका में कहा गया है कि महुआ मोइत्रा ने लोकसभा में अपने भाषण में फासिज्म के सात संकेतों का जिक्र किया था। इस भाषण के बारे में सुधीर चौधरी ने अपने टीवी प्रोग्राम में ये आरोप लगाया कि महुआ मोइत्रा का भाषण चुराया हुआ था। महुआ मोइत्रा के वकील शादान फरासत ने कोर्ट से कहा कि भाषण में अमेरिकी म्युजियम में प्रलय के पोस्टर का जिक्र करते हुए उसके संकेतों को फासीवाद के शुरुआती संकेत बताया। महुआ मोइत्रा ने अपने भाषण में कहा था कि भारत में भी फासीवाद के शुरुआती संकेत उसी पोस्टर के संकेतों की तरह हैं। महुआ मोइत्रा ने अपने भाषण में उस पोस्टर का जिक्र किया था।
याचिका में कहा गया है कि सुधीर चौधरी ने कहा कि महुआ मोइत्रा ने घृणापूर्ण भाषण दिया और वो भाषण चोरी किया हुआ था। सुधीर चौधरी ने अपने प्रोग्राम में कहा कि महुआ मोइत्रा ने दूसरे का भाषण चुराकर अपना कहा। सुधीर चौधरी ने अपने प्रोग्राम में कहा था कि अमेरिकी लेखक मार्टिन लांगमैन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का जिक्र करते हुए जो आलेख लिखा था वही महुआ मोइत्रा ने अपने भाषण में हू-ब-हू बोला था। उसके बाद कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए महुआ मोइत्रा का बयान दर्ज कराने का आदेश दिया।