नई दिल्ली, 19 अगस्त (हि.स.)। उत्तरी भारत के ऊपरी इलाकों में बारिश होने के कारण से दिल्ली यमुना नदी में पानी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से निचले इलाकों में जलभराव होने का खतरा बना गया है। वहीं ऊपरी इलाकों में ज्यादा बारिश होने के कारण हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में यमुना का जल स्तर खतरे के निशान (चेतावनी स्तर 204.50 मीटर पर) से ऊपर हो गया है। इस वजह से निचले इलाकों में जलभराव का खतरा बन गया है। लोगों की सहायता के लिए दिल्ली सरकार की ओर से फ्लैट विभाग और दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम तैयार की गई। दिल्ली सरकार ने निकासी के आदेश जारी किए हैं और नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है।
सिविल डिफेंस के 100 जवान तैनात
सिविल डिफेंस के करीब 100 से ज्यादा जवानों को यमुना किनारे तैनात किया गया है, जिससे कोई भी यमुना के अंदर न जा सके। साथ ही बोट के भी इंतजाम किेए गए हैं, जिससे आपात स्थिति में बोट का प्रयोग कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सके।
यमुना में छोड़ा जाएगा और पानी
बताया जा रहा है कि अगले कुछ समय में यमुना के भीतर और भी पानी छोड़ा जाएगा, जिससे यमुना का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ जाएगा। लोगों और किसानों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
24 मोटब बोट लगाई गई
इस बाबत बोट क्लब के इचार्ज हरीश कुमार ने बताया कि बढ़ते जल स्तर के बाद उत्पन्न होने वाले किसी भी हालात से निपटने के लिए रेस्क्यू बोट क्लब की तरफ से पल्ला से जैतपुर तक 24 मोटर बोट लगाई गई है। वहीं 13 मोटर बोट को स्टैंडबाई पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बैकअप तैयार रहे।