चंडीगढ़, 29 मार्च (हि.स.)। लॉकडाउन के बीच प्रवासियों का पलायन थम नहीं रहा है। प्रवासी कोरोना से बेफ्रिक सुरक्षित अपने घर पहुंचने की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं। लिहाजा राष्ट्रीय राजधानी से सटे गुरुग्राम, रेवाड़ी, फरीदाबाद व सोनीपत में प्रवासी मजदूरों का रैला आम देखा जा सकता है। यही स्थिति दूसरे प्रदेशों में हरियाणा के लोगों की है, जो अपने घर आने की जुगत में जुटे हुए हैं।
रविवार को लॉकडाउन का पांचवां दिन शुरू हुआ, लेकिन गुरुग्राम से दुखद खबर आई कि राजस्थान जा रहे प्रवासियों को एक गाड़ी ने कुचल दिया, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। लिहाजा इस स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल आगे आए और बकायदा चार मुख्यमंत्रियों को ट्वीट करके हरियाणा के लोगों का ख्याल रखने की अपील की।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वहां पर हरियाणा के लोगों का पूरा ख्याल रखा जाए। उन्हें खाने और रहने में दिक्कत न हो। सभी मुख्यमंत्रियों ने मनोहर लाल को विश्वास दिलाया कि पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों की सुविधा का ध्यान रखा जाएगा।
हालांकि हरियाणा से प्रवासियों का पलायन थम नहीं रहा है। वे सरकार की अपील के बावजूद रूक नहीं रहे हैं। हरियाणा के हाइवे पर लोगों की भीड़ साफ देखी जा रही है। दिल्ली से होकर गुरुग्राम के रास्ते यूपी में जा रहे हैं। पलवल के रास्ते मथुरा की तरफ बढ़ रहे हैं। सोनीपत के राई में बड़ी औद्योगिक इकाइयां होने के कारण वहां से भी मजदूर पलायन कर रहे हैं। गुरुग्राम, फरीदाबाद के साथ रेवाड़ी से भी प्रशासन ने बसें चलाईं।कुरुक्षेत्र से प्रवासियों का पलायन रोकने के लिए थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने खुद कमान संभाली और उनके रहने से लेकर खाने का इंतजाम किया। विधायक ने भी शहर में गरीब व जरूरतमंदों को राशन भी वितरित किया।
प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने भी प्रवासियों के पलायन पर चिंता जताई और ट्वीट करके आग्रह किया कि पलायन करके मत जाओ मेरे मित्रोंं, आप यहीं रहें। आपकी सुख सुविधा का सारा प्रबंध किया जाएगा।