हरिद्वारः 12 बजे तक 10 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, कुंभ का पवित्र स्नान जारी
हरिद्वार 14,अप्रैल (हि.स.)। आस्था के महापर्व कुंभ के तीसरे शाही स्नान मेष संक्रांति पर लाखों श्रद्धालुओं का सैलाब पवित्र स्नान के लिए हरिद्वार में उमड़ा है। बुधवार को वैशाखी के स्नान पर्व पर आधी रात के बाद ही श्रद्धालु हर की पैड़ी सहित अन्य घाटों पर पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाकर कुंभ के अमृत तत्व को प्राप्त कर रहे हैं। धार्मिक अखाड़ों के साधु संतों का स्नान 10 बजे से प्रारंभ हुआ है, इसलिए सुबह 8 बजे के बाद आम श्रद्धालुओं के लिए हर की पैड़ी बंद कर दी गई है। मेला प्रशासन के अनुसार दोपहर 12 बजे तक 10 लाख श्रद्धालु विभिन्न घाटों पर स्नान कर चुके हैं।
श्री पंचायती निरंजनी व आनंद तथा जूना, अग्नि व आह्वान अखाड़े के साधु संत स्नान कर चुके हैं। महानिर्वाणी तथा अटल अखाड़ा स्नान की प्रक्रिया में है। जबकि तीनों बैरागी अखाड़े (निर्मोही दिगंबर तथा निर्वाणी) की स्नान पेशवाई हर की पैड़ी के समीप पहुंच चुकी है। शाही स्नान देर शाम तक चलेगा और अपने अपने क्रम व समय पर श्री पंचायती बड़ा उदासीन, नया उदासीन तथा निर्मल अखाड़ा के साधु संत गंगा में डुबकी लगाएंगे।
मेष संक्रांति महापर्व कुंभ का प्रमुख शाही स्नान पर्व है ।आज बुधवार भरणी नक्षत्र में सूर्य देवता मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। कुंभ पर्व की मान्यता के अनुसार सूर्य के मेष राशि में आते ही अमृत योग का प्रारंभ हो जाता है। हरिद्वार कुंभ में पहुंच रहे सभी साधु संत व खासो-आम गंगाजल के माध्यम से अमृत तत्व की प्राप्ति कर पुण्य कमा रहे हैं, हालांकि यह पुण्य काल पूरे 1 महीने चलेगा जबतक सूर्य भगवान मेष राशि में रहेंगे। वैशाखी पर होने वाले कुंभ के प्रमुख शाही स्नान के लिए मेला प्रशासन पूरी तरह चौकस है।
मेलाधिकारी दीपक रावत तथा मेला एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने सुबह-सुबह हरकी पैड़ी पहुंचकर मां गंगा व अन्य देवी देवताओं की पूजा कर कुंभ के निर्विघ्न संपन्न होने के साथ सभी श्रद्धालुओं के लिए मंगल कामना की।
मेला प्रशासन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने सर्वप्रथम स्नान के लिए पहुंचे निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाश आनंद गिरि, अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी व आनंद पीठाधीश्वर स्वामी बालकानंद गिरी का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इसी क्रम में जूनापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी, जूना अखाड़ा के संरक्षक महंत हरिगिरि व सभापति प्रेमगिरि तथा महानिर्वाणी अखाड़ा के आचार्य स्वामी विशोकानंद भारती व आनंद पीठाधीश्वर स्वामी विश्वात्माननंद का फूल-मालाओं से स्वागत किया।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, मेला डीआईजी संजय गुंज्याल हर की पैड़ी क्षेत्र में स्वयं उपस्थित रहकर सारी परिस्थितियों पर नजर रखे हुए हैं। आम लोगों तथा स्थानीय नागरिकों को परेशानी न हो इसलिए हिल बाईपास मार्ग को पूरी तरह खोल दिया गया है। सुदूर स्थित धीर वाली बस स्टेशन से श्रद्धालुओं को हरिद्वार लाने के लिए निःशुल्क शटल बस सेवा चलाई जा रही है। हरिद्वार के सभी बॉर्डर पर सुरक्षाबलों को कोविड-19 नियमावली का पालन सुनिश्चित कराने की हिदायत दी गयी है। किसी भी श्रद्धालु को नेगेटिव आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट के बिना हरिद्वार में प्रवेश न करने देने का निर्देश है।