बस्ती, 23 फरवरी (हि.स.)। जनपद की पुलिस और आरपीएफ की सयुंक्त टीम ने अनधिकृत रेल टिकट सॉफ्टवेयर से रेल टिकट का अवैध कारोबार करने वाले मुख्य सरगना हामिद अशरफ को बेंगलुरु के एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। उसे मंगलवार को ट्रांजिड रिमांड पर लेकर जनपद लाया गया। वह बस्ती और गोंडा में कई मामलों में वांछित है, उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बेंगलुरु में पकड़ा गया हामिद मूलरुप से बस्ती के कप्तानगंज थानाक्षेत्र स्थित रमवापुर गांव का निवासी है। आज से करीब पांच साल पूर्व वर्ष 2016 में पुरानी बस्ती से सीबीआई ने उसे गिरफ्तार किया था। जमानत से छूटने के बाद वह दुबई, बेंगलुरु और नेपाल से ठिकाने बदल-बदल कर रेल टिकट के अवैध सॉफ्टवेयर का कारोबार कर रहा था। उसके इस काम में मदद करने वाले पिता जमीरूल हसन उर्फ लल्ला समेत प्रमुख सदस्यों को पुलिस ने एक-एक करके जेल की सलाखों के पीछे धकेला था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पिता की गिरफ्तारी के बाद उसके कप्तानगंज के आवास एवं काम्प्लेक्स की कुर्की प्रक्रिया शुरू की गई तो वह दबाव में आया था। बीती 17 फरवरी को बेंगलूरु में सीबीआई कार्यालय में खुद को आत्मसमपर्ण करने के लिए दुबई से आया था। सूचना पर पहले से वहां पहुंची पुलिस और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने उसे गिरफ्तार कर बेंगलुरु की रेलवे कोर्ट में पेश किया। इसके बाद वहां से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आज सुबह जनपद लाया गया है। वह पिछले डेढ़ साल से पुलिस से बचकर दुबई में रह रहा था। उन्होंने यह भी बताया कि छापेमारी में हामिद और उसके करीबियों के विभिन्न बैंकों में 15 खाते पकड़े गए थे। यह सभी खाते फ्रीज किए जा चुके हैं। इन खातों में तीस लाख से अधिक रुपये है।
बरामद हुई विदेशी मुद्रा
बेंगलुरु के एयरपोर्ट से 17 फरवरी को गिरफ्तार किया गया 50 हजार का इनामी हामिद के पास से पुलिस को एक लाख 55 हजार रुपये नकद, विदेशी मुद्रा 8 हजार 9 सौ 20 रुपये, आईफोन कीमत लगभग एक लाख 30 हजार रुपये, पासपोर्ट एवं दुबई का रेजीडेंस बीजा बरामद हुआ है।