गुरुग्राम, 19 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खिलाड़ियों को उनकी जीत के लिए बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने पहली बार ओलंपिक और पैरालंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाले दो खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपये देने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने पैरालंपिक में चौथे स्थान पर रहे तरूण ढिल्लों, नवदीप सिंह को 50-50 लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके साथ ही तकनीकी कारणों से पदक से वंचित रहे विनोद कुमार को भी 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। यह घोषणा उन्होंने रविवार को पैरालंपिक खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू की मौजूदगी में की।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पदक विजेता खिलाड़ियों को तैयार करने वाले उनके कोच भी इनाम के हकदार हैं। इसलिए राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि ओलंपिक व पैरालंपिक में स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी के कोच को 20 लाख रुपये, रजत पदक विजेता खिलाड़ी के कोच को 15 लाख रुपये और कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी के कोच को 12.50 लाख रुपये दिए जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पैरालंपिक खिलाड़ी समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। सभी को इन खिलाड़ियों से प्रेरणा लेनी चाहिए कि कैसे जिंदगी में चुनौतियों से लड़ कर अपनी प्रतिभा के बल पर एक सफल मुकाम हासिल किया जा सकता है।
पैरालंपिक स्पोर्ट्स सेंटर बनेगा
मनोहर लाल ने कहा कि फरीदाबाद में 6 एकड़ में पैरालंपिक भवन बनाया जा रहा है। इसे हरियाणा सरकार पैरालंपिक स्पोर्ट्स सेंटर बनाएगी, जिसमें हॉस्टल की सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा को खेलों का हब माना जाता है और राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। परंतु अभी भी खेलों के क्षेत्र में बहुत कुछ करना बाकी है। ओलंपिक व पैरालंपिक में पदक तालिका में भारत का स्थान क्रमशः 48 वें और 25 वां रहा है। भारत को पदक तालिका में प्रथम लाना यह प्रयास है और इसके लिए हरियाणा को अपनी भूमिका बढ़ानी होगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने खेलो के आधारभूत ढांचा विकसित करने में महत्वपूर्ण कार्य किया है और आज हर 10 किलोमीटर के दायरे में एक खेल का मैदान उपलब्ध है।
प्रदेश के खेल एवं युवा मामलात राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह ने टोक्यो पैरालंपिक में प्रदेश के खिलाड़ियों ने सदस्य प्रदर्शन कर प्रदेश और देश का मान बढ़ाया है। उन्होंने खिलाड़ियों को लक्ष्य देते हुए कहा कि अगले पैरालंपिक में भारत की ओर से 100 खिलाड़ी भाग लें और 50 पदक लेकर आएं।