ग्रेटर माले संपर्क परियोजना के लिए भारतीय बैंक ने किया 40 करोड़ डॉलर ऋण व्यवस्था करार
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (हि.स.)। मालदीव में ग्रेटर माले संपर्क परियोजना (जीएमसीपी) के लिए एक्जिम बैंक और मालदीव के वित्त मंत्रालय के बीच 40 करोड़ डॉलर की ऋण व्यवस्था पर हस्ताक्षर किए गए।
माले स्थित भातीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा कि 40 करोड़ डॉलर के ऋण व्यवस्था समझौते से ग्रेटर माले संपर्क परियोजना का कार्यान्वयन होगा। यह एकल-सबसे बड़ी संपर्क और बुनियादी ढांचा परियोजना है। एक राष्ट्रीय आर्थिक इंजन के तौर पर यह हुलहुमले, हुलहुले और माले को प्रस्तावित गुलिफल्लु बंदरगाह और थिलाफुशी से जोड़ेगी।
वित्त मंत्री मोहम्मद अश्माले और एक्ज़िम बैंक के महाप्रबंधक निमित वेद ने आज थिलाफ़ुशी लिंक परियोजना के लिए ग्रेटर माले के वित्तपोषण के लिए 400 मिलियन अमरीकी डालर के एक डॉलर क्रेडिट लाइन (एलओसी) समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि ग्रेटर माले संपर्क परियोजना से अधिक संभावनाएं पैदा होंगी। इस परियोजना के लिए 10 करोड़ अनुदान और 40 करोड़ डॉलर की ऋण व्यवस्था के साथ मालदीव के साथ भागीदारी के लिए भारत का धन्यवाद।
भारत की सहायता से चलने वाली इस परियोजना की घोषणा 13 अगस्त को विदेश मंत्री एस जयशंकर और मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के बीच हुई वर्जुअल वार्ता में की गई थी। परियोजना 6.7 किमी का पुल और कार्यवाह नेटवर्क है जो माले, विलिंगिली, गुलहिफलहु और थिलाफुशी को जोड़ता है। यह योजना प्रत्येक द्वीप के बीच गहरे चैनल में 140 मीटर मुख्य स्पैन के तीन नेविगेशन पुलों से बनी है। इसमें गहरे पानी में 1.41 किमी पुल, उथले पानी में या भूमि पर 2.32 किमी का पुल और 2.96 किलोमीटर की ए-ग्रेड सड़कें शामिल हैं।