बंगाल प्रशासन को राज्यपाल की चेतावनी : सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता के तौर पर काम करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे
कोलकाता, 10 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि सत्तारुढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता की तरह काम करने वाले प्रशासन के अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। बुधवार को उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हैं।
दरअसल एक दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वर्चुअल तौर पर बंगाल के लोगों को संबोधित किया था। हालांकि शाह के संबोधन से पहले आरोप लगे थे कि बंगाल के ग्रामीण क्षेत्रों में राज्य सरकार के इशारे पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं ताकि कम से कम लोग शाह को सुन सकें। इसके अलावा बीरभूम जिले में अमित शाह के वर्चुअल संबोधन को सुनने के लिए एकत्रित हुए भाजपा कार्यकर्ताओं पर बमों से हमले कर दिया गए थे और पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता के पिता को ही गिरफ्तार कर लिया था। अब बुधवार को राज्यपाल ने एक के बाद एक दो ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि ममता बनर्जी की सरकार के पुलिस और प्रशासन का सत्तारूढ़ पार्टी के अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं की तरह काम करने की रिपोर्ट चिंताजनक है। यह खत्म होनी चाहिए। यह प्रशासनिक नियमों के विपरीत कार्य है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। प्रशासन के जो भी अधिकारी ऐसा कर रहे हैं वे सख्त कार्रवाई भुगतने के लिए तैयार रहें। उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। ऐसे लोगों को सुधर जाना चाहिए और कानून के मुताबिक काम करें।
अपने दूसरे ट्वीट में राज्यपाल ने ममता बनर्जी को टैग करते हुए लिखा कि लोकतंत्र तभी बचा रह सकता है जब राजनीतिक हिंसा और चुनाव के दौरान छापेमारी खत्म की जाए। लोकतंत्र के बगैर आजादी भी नहीं बचेगी। हमें उन लोगों को याद करना चाहिए जिन्होंने इस लोकतंत्र के लिए अपनी कुर्बानी दी है। यह मेरा संवैधानिक कर्तव्य है कि मैं ऐसा होने ना दूं और हर कीमत पर इसे रोकने की कोशिश करता रहूंगा। ऐसा चलता रहा तो हालात बिगड़ेंगे।