कोलकाता, 20 दिसम्बर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर सीधे तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि आंदोलन के नाम पर ममता असंवैधानिक रास्ते अख्तियार कर रही हैं।
संशोधित नागरिकता अधिनियम और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ की निगरानी में जनमत संग्रह के ममता के बयान का जिक्र करते हुए शनिवार सुबह राज्यपाल ने एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, “मुझे इस बात का दुख है कि सीएम ममता बनर्जी ने हमारे आंतरिक मामले में बाहरी हस्तक्षेप की मांग की है। उनकी यह सार्वजनिक मांग पूरी तरह से अस्वीकार्य और असंवैधानिक है। उन्होंने मेरी अपील को नजरंदाज कर यह असंवैधानिक रास्ता अख्तियार किया है। इससे हमारे लोकतांत्रिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा है। हमारे संस्थापक पिताओं के नाम पर मैं उनसे उनकी शपथ के अनुसार कार्य करने की अपील करता हूं और अपने बयान को वापस लेने को कह रहा हूं।”
अपने दूसरे ट्वीट में राज्यपाल ने कहा कि एक वरिष्ठ नेता और संवैधानिक प्रतिनिधि के तौर पर वह इस तरह के दृष्टिकोण के संभावित खतरनाक परिणामों से अनजान नहीं हो सकती हैं। उनका रुख हमारे संघीय ढांचे के लिए नुकसानदायक है। कोई भी राष्ट्र प्रेमी व्यक्ति उनके इस रुख की सराहना नहीं कर सकता। मुझे यकीन है कि वह अपने रुख पर फिर से विचार करेंगी। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को राजधानी कोलकाता में एक जन सम्मेलन को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा था कि संशोधित नागरिकता अधिनियम और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ की निगरानी में जनमत संग्रह होना चाहिए। अगर इसमें हार होती है तो प्रधानमंत्री को भी इस्तीफा देना पड़ेगा। ममता के इस बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है।