509 करोड़ रुपए की लागत से बने बंगरा पुल का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
गोपालगंज,12 अगस्त(हि. स.)।बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को गोपालगंज के लोगों को तोहफे में एक और महासेतु दिया। 509 करोड़ की लागत से बनकर तैयार महासेतु गोपालगंज की सीमा को मुजफ्फरपुर के साहेबगंज से जोड़ने वाला जिले में गंडक पर बना चौथा बड़ा पुल है।बैकुंठपुर में बना बंगरा घाट महासेतु स्वतंत्रता दिवस से 03 दिन पहले लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। सारण को चंपारण और तिरहुत से जोड़ने वाला 1506 मीटर लंबा यह महासेतु बन कर तैयार है।इस पुल के निर्माण पर 509 करोड़ की राशि खर्च हुई है।15 मीटर चौड़ाई वाले इस पुल को बनाने में 6 साल 4 महीने लगे हैं। पुल के चालू होने से 6 जिलों की करीब 8 लाख की आबादी को आवागमन में सहूलियत होगी।55 दिन पहले यानी 16 जून को इसी प्रखंड में 4 किमी की दूरी पर बना सत्तरघाट पुल काे सीएम ने जनता को समर्पित किया था।1440 मीटर लंबे सत्तरघाट पुल के निर्माण पर 263 करोड़ का खर्च हुआ था।इस महासेतु के चालू होने के बाद गोपालगंज, सीवान और सारण से मुजफ्फरपुर की दूरी 55 किमी, दरभंगा की दूरी 65 किमी और जनकपुर की दूरी 70 किमी कम हो जाएगी. पुल के चालू हो जाने से सारण, चंपारण और मुजफ्फरपुर के लोगों को सीधा फायदा होगा।इससे जिले का एसएच 90 और पूर्वी चंपारण का एसएच 27 आपस में जुड़ रहे हैं। दियारे का विकास ,नेपाल से बढ़ेगा व्यापार ,अयोध्या व जनकपुर तीर्थ फोरलेन से जुड़ेगे , सारनाथ से भगवान महावीर का जन्मस्थल वैशाली सीधा जुड़ जाएगा। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय महत्व का साबित होगा यह पुल जिससे बाढ़ का खतरा कम होगा । उद्घाटन समारोह में उपस्थित गोपालगंज के डीएम अरसद अजीज, यहांं के सांंसद और जदयू नेता मंजीत सिंह इत्यादि उपस्थित थे।