नई दिल्ली, 02 नवंबर (हि.स.)। पिछले दो वर्ष से मंदी की मार झेल रहे सर्राफा व्यापारियों के चेहरे पर दिवाली त्योहार रौनक लेकर लौटा है। धनतेरस के दिन राजधानी दिल्ली सहित देशभर के सर्राफा व्यापारियों ने सोने-चांदी के गहनों और अन्य सामान का अच्छा व्यापार किया है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और कैट के ज्वैलरी विंग ऑल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्ड स्मिथ फेडरेशन (एआईजीएफ) ने मंगलवार को जारी एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि धनतेरस पर देशभर में करीब 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई, जिससे लगभग 7.5 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।
कारोबारी संगठन का कहना है कि देश के अन्य राज्यों के अलावा राजधानी दिल्ली में जहां लगभग 1000 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ, वहीं महाराष्ट्र में लगभग 1500 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश में लगभग 600 करोड़ रुपये, दक्षिण भारत में लगभग 2000 करोड़ रुपये के स्वर्ण आभूषणों का व्यापार हुआ। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि देश में पुरातन काल से सभी त्योहारों में धनतेरस का अपना विशेष महत्व है। इस दिन देशभर में लोग सोने और चांदी के सिक्के, बर्तन तथा आभूषण खरीदते है।
एआइजेजीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि इस वर्ष आर्थिक गतिविधियों में जोरदार उछाल और उपभोक्ता मांग में सुधार के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की सोने की मांग में सालाना आधार पर 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि साल 2021 की पहली छमाही में 700 टन सोना आयात हुआ है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में अत्यधिक है। वर्तमान में दिवाली के त्योहार तथा उसके बाद शुरू होने वाले शादियों के सीजन में ग्राहकों की मांग को देखते हुए देशभर में सराफा व्यापारियों ने सोने के आभूषणों एवं अन्य सामान की उपलब्धता की व्यापक तैयारी कर रखी है।
कारोबारी संगठन कैट के अनुसार वर्ष 2019 में सोने का भाव रुपये 38 हजार 923 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी का भाव 46 हजार 491 रुपये प्रति किलो था, जबकि वर्ष 2020 में नवंबर महीने में सोने का भाव बढ़कर 50 हजार 520 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। चांदी का भाव बढ़कर 63 हजार 44 रुपये प्रति किलो था जबकि आज धनतेरस के दिन सोने का भाव 49 हजार 300 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा और चांदी का भाव 66 हजार 300 रुपये प्रति किलोग्राम रहा।