देश में गोल्ड की मांग पहली तिमाही में 19 फीसदी बढ़ी: डब्ल्यूजीसी
नई दिल्ली, 29 जुलाई (हि.स.)। कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद सोने की मांग में इजाफा हुआ है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत में सोने की मांग 19.2 फीसदी बढ़कर 76.1 टन हो गई है, जिसकी मुख्य वजह कम आधार प्रभाव था।
गौरतलब है कि पिछले साल देशव्यापी लॉकडाउन के चलते आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई थीं। डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट ‘2021 की दूसरी तिमाही में सोने की मांग के रुझान’ के अनुसार कैलेंडर वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में सोने की कुल मांग 63.8 टन थी।
डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि कीमत के लिहाज से भारत में सोने की मांग समीक्षाधीन अवधि में 23 फीसदी बढ़कर 32,810 करोड़ रुपये हो गई, जो 2020 की इसी अवधि में 26,600 करोड़ रुपये थी।
रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के प्रकोप के चलते पिछली तिमाही के मुकाबले मांग में 46 फीसदी की गिरावट आई है। इस तरह मौजूदा साल की पहली छमाही में सोने की कुल मांग 157.6 टन थी, जो 2019 की पहली छमाही के मुकाबले 46 फीसदी कम थी।
सोने की वैश्विक मांग में एक फीसदी की गिरावट
डब्ल्यूजीसी के भारत में क्षेत्रीय सीईओ सोमसुंदरम पी आर ने बताया कि ‘कोविड-19 संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी की वजह से साल 2021 की दूसरी तिमाही में क्षेत्रीय आधार पर लॉकडाउन लगाया गया जबकि पिछले साल देशभर में सख्त लॉकडाउन लागू किया गया था। ये तिमाही इसलिए भी बेहतर है, क्योंकि व्यवसायी अधिक तैयार थे।’ रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही में सोने वैश्विक की मांग में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले एक फीसदी की गिरावट हुई, जो 955.1 टन रही।