गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा का निधन, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली, 18 नवम्बर (हि.स.)। गोवा की पूर्व राज्यपाल, प्रख्यात साहित्यकार और वरिष्ठ भाजपा नेत्री मृदुला सिन्हा का 77 वर्ष की आयु में बुधवार को निधन हो गया। वह एक सफल राजनीतिज्ञ के अलावा एक कुशल लेखिका भी थीं, जिन्होंने साहित्य के साथ-साथ संस्कृति की दुनिया में भी व्यापक योगदान दिया। सिन्हा के निधन पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित कई राजनीतिक हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी है।

राष्ट्रपति ने कहा कि गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा जी के निधन की खबर दुखद है। उत्कृष्ट लेखिका और शिक्षिका मृदुला सिन्हा जी देश की, विशेष रूप से बिहार की स्थानीय परम्पराओं और सांस्कृतिक जीवन को गहराई से समझती थीं।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि मृदुला सिन्हा जी का असामयिक निधन साहित्य और सांस्कृतिक जगत की अपूरणीय क्षति है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मृदुला सिन्हा के योगदान को याद करते हुए कहा कि वह हमेशा जनसेवा को लेकर अपने प्रयासों के लिए याद की जाएंगी। वह एक कुशल लेखक थीं, जिन्होंने संस्कृति के साथ-साथ साहित्य की दुनिया में बड़ा योगदान दिया है। उनके निधन से वे दुखी हैं। उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ उनकी संवेदनाएं हैं।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि श्रीमति सिन्हा का जीवन उनके साहित्य का दर्पण था जिसमें सामाजिक बुराइयों को दूर करते हुए सबके कल्याण तथा एकता व बंधुत्व को मजबूत करने की भावना सदैव परिलक्षित होती थी।

वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मृदुला जी ने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया। वह एक निपुण लेखिका भी थीं, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मृदुला जी अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन में हर दायित्व को निभाने में सहज और सफल रहीं। एक लेखिका के रूप में भी उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई। उनका पूरा जीवन समाज और साहित्य की सेवा के प्रति समर्पित रहा।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने शोक संदेश में लिखा, “प्रख्यात साहित्यकार एवं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री मृदुला सिन्हा जी के निधन से मन व्यथित है। उनका निधन भाजपा परिवार के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं तथा शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”

गोवा की पहली महिला राज्यपाल बनी मृदुला सिन्हा

मृदुला सिन्हा का जन्म 27 नवम्बर 1942 को बिहार के मुजफ्फपुर के छपरा गांव में हुआ था। वह 2014 से 2019 तक गोवा की राज्यपाल रहीं। 1977 में केंद्र में बनी पहली गैर कांग्रेसी मोरारजी देसाई सरकार में उनके पति रामकृपाल सिंह को श्रम राज्य मंत्री बनाया गया। इसके बाद वह परिवार के साथ बिहार से दिल्ली आ गईं। 1980 में भाजपा के गठन के बाद वह महिला मोर्चा की सह संयोजक बनीं। वह दो बार भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहीं। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सेंट्रल सोशल वेलफेयर बोर्ड की चेयरपर्सन का भी पद संभाला था। इसके अलावा वे जय प्रकाश नारायण की ‘समग्र कांति’ का भी हिस्सा रहीं हैं। राजनीति के अलावा साहित्य की दुनिया में भी ऊंचा नाम रखने वाली मृदुला सिन्हा ने अपने जीवन में 46 से अधिक किताबें भी लिखीं हैं।

 


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