पटना, 24 सितम्बर (हि.स.) । बिहार के पुलिस प्रमुख (डीजीपी) के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले गुप्तेश्वर पाण्डेय आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में किस दल का दामन थामेंगे, यह अभी तय नहीं है, लेकिन उन्होंने एक बात का खुलासा खुद कर सब को चौंका दिया है । पाण्डेय ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने अपनी मर्जी से स्वैच्छिक अवकाश ग्रहण नहीं किया बल्कि दबाव में आकर यह फैसला लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे अपमानित करने की कोशिश की जा रही थी। ऐसे में स्वैच्छिक सेवानिवृति उनके लिए एक विकल्प के रूप में थी और उन्होंने ऐसा ही किया। उन्होंने कहा कि मुझे चुनाव आयोग डीजीपी के पद से हटाता उससे पहले ही मैंने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।
बता दें कि पिछले दिनों गुप्तेश्वर पाण्डेय तब अचानक सुर्ख़ियों में आए थे जब उन्होंने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत और अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के खिलाफ बयानबाजी की थी। बता दें कि गुपेत्श्वर पाण्डेय ने विगत मंगलवार को आनन-फानन में डीजीपी के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृति का आवेदन दिया था जिसे राज्य सरकार ने कई नियमों को शिथिल करते हुए तत्काल स्वीकार कर लिया।
गुप्तेश्वर पाण्डेय ने गुरुवार को स्वीकार किया कि उन पर डीजीपी का पद छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। हालाँकि उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि यह दबाव उनपर किसका था। उन्होंने यहां तक कहा कि उन्हें डीजी पी के पद से हटाने की साजिश रची जा रही थी। उन्होंने यहां तक कहा कि दबाव बनाने वाले उन पर कई तरह से दबाव बना रहे थे। ऐसे में उन्होंने अपने पद से तत्काल ऐच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन दिया जिसे सरकार ने स्वीकार लिया है। बता दें कि वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले भी गुपेत्श्वर पाण्डेय ने ऐच्छिक सेवानिवृति का आवेदन दिया था लेकिन करीब नौ महीने बाद उन्होंने किसी तरह अपने ऐच्छिक सेवानिवृति वाले आवेदन को वापस लेते हुए फिर भारतीय पुलिस सेवा की नौकरी जारी रखी। तब पाण्डेय बिहार पुलिस में पुलिस महानिरीक्षक के पद पर तैनात थे। तब भी गुपेश्वर पाण्डेय के बक्सर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा थी लेकिन तब भाजपा से बक्सर लोकसभा क्षेत्र का उम्मीदवार अश्वनी चौबे को बनाया गया था और वह भी राजद के जगदानंद सिंह से चुनाव हार गए थे। उन्होंने कहा कि मुझे कई पार्टियों ने चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। मैं बिहार में 14 विधानसभा सीटों में से किसी से भी चुनाव लड़ सकता हूँ। पाण्डेय ने यह भी कहा कि मैंने चुनाव लड़ने के लिए आईपीएस की नौकरी से सेवानिवृत्ति नहीं ली है, लोग इस तरह की अफवाह उड़ा रहे हैं। उन्होंने भी कहा कि वैसे राजीनति और चुनाव कोई गलत चीज नहीं है।